समाज में हमेशा से पुरुषों को लेकर दो अलग-अलग धारणाएं रही हैं. एक ओर जहां यह कहा जाता है कि भारतीय समाज पुरुष प्रधान है, जिसमें पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक अधिकार और फैसले लेने की शक्ति मिलती है, वहीं दूसरी ओर कुछ पुरुषों का यह मानना है कि उन पर अत्यधिक आर्थिक और पारिवारिक जिम्मेदारियां डाली जाती हैं. इससे वे अपनी इच्छाओं और जरूरतों की बलि देकर अपना पूरा जीवन केवल काम करने और जिम्मेदारियां निभाने में व्यतीत करते हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो पुरुषों के इसी दर्द को उजागर कर रहा है. इस वीडियो में उन पुरुषों को दिखाया गया है जो दिन-रात मेहनत करके अपने परिवार की रोजी-रोटी कमा रहे हैं और इसके बावजूद समाज में उनकी भावनाओं या थकावट पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता.
पुरुषों के पास मायका नही होता... pic.twitter.com/fPSo4yg6oi
— Geeta Patel (@geetappoo) March 26, 2025
पुरुषों की मानसिक स्थिति और इमोशनल सपोर्ट की कमी
वीडियो में यह भी दर्शाया गया है कि कोई भी पुरुषों से यह नहीं पूछता कि वे थक गए हैं या नहीं. उन्हें भी इमोशनल सपोर्ट और देखभाल की आवश्यकता होती है, लेकिन समाज में इस विषय पर बहुत कम चर्चा होती है. यह वीडियो @geetappoo नामक एक्स यूजर द्वारा शेयर किया गया था, और इस पर 1 लाख से ज्यादा व्यूज आ चुके हैं. वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों के बीच बहस छिड़ गई. कुछ लोग इस वीडियो में कहे गए विचारों से सहमत हुए, जबकि कुछ ने इसका विरोध किया.
सोशल मीडिया पर यूजर्स की प्रतिक्रियाएं
एक यूजर ने इस वीडियो पर टिप्पणी करते हुए कहा, "पुरुष का जीवन बैल जैसा होता है. कंधे मजबूत होने से पहले ही कभी हल में जोत दिया जाता है, कभी गाड़ी में और फिर निरंतर खींचते-खींचते एक दिन दुनिया से अलविदा कह देता है."
वहीं, एक दूसरे यूजर ने इसका विरोध करते हुए लिखा, "मर्दों का मायका नहीं होता. बाप का होता है. मुझे नहीं लगता कि ब्रह्मांड में कोई भी माता-पिता यह कहते हैं – बेटा, तुझे तो कल पराए घर जाना है. जब तक तू अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो जाता तब तक भी यह तेरा घर है, और जब तू बाहर चला जाएगा, तब भी यह तेरा ही घर रहेगा."