Wed, 19 Mar 2025 07:49 AM
नासा के क्रू-9 मिशन के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स, निक हेग, बुच विल्मोर और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव ने स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के सफल स्पलैशडाउन के बाद आज सुबह नौ महीने के बाद पहली बार धरती की ताजगी महसूस की.
यह यात्रा लंबी और चुनौतीपूर्ण थी, और स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकलते समय इन अंतरिक्ष यात्रियों को स्ट्रेचर पर उतारा गया. यह कदम लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया जाता है.
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर के लिए यह सफर सचमुच खास था, क्योंकि वे पिछले 9 महीने से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर थे.
इन दोनों के साथ क्रू-9 के अन्य दो एस्ट्रोनॉट, निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव भी शामिल थे. सभी को 17 घंटे में धरती पर वापस लाया गया. ये चारों अंतरिक्ष यात्री 18 मार्च को अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी की ओर रवाना हुए थे.
स्पेसक्राफ्ट के वायुमंडल में प्रवेश करते समय, इसकी तापमान 1650 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया था, जिससे कुछ देर के लिए कम्युनिकेशन ब्लैकआउट भी हो गया था. इसके बावजूद, ड्रैगन कैप्सूल ने अपनी यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की. जब कैप्सूल फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ, तो उसके आसपास डॉल्फ़िन तैरते हुए दिखाई दीं, जैसे वे अंतरिक्ष यात्रियों के स्वागत के लिए तैयार थीं. यह दृश्य बेहद खास था.
स्पेसक्राफ्ट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश के बाद, ड्रैगन कैप्सूल ने फ्लोरिडा के समुद्र में उतरे. लैंडिंग के बाद, सुनीता और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला गया. बाहर आते ही सभी ने कैमरे की ओर देखकर हाथ हिलाया और मुस्कुराते हुए धरती पर वापस लौटने की खुशी जाहिर की. उनका यह चेहरा यह बता रहा था कि इतने लंबे समय बाद घर लौटना कितनी बड़ी राहत और खुशी का पल है.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी तक का यह सफर एक अद्भुत और रोमांचक अनुभव था. 17 घंटे की यात्रा के दौरान, स्पेसक्राफ्ट का इंजन डीऑर्बिट बर्न के दौरान फायर किया गया, जिससे वह पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सका. सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर पानी में लैंडिंग हुई.
अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने से शरीर पर असर पड़ता है. सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों को लैंडिंग के बाद तुरंत स्वास्थ्य जांच के लिए ले जाया गया. स्ट्रेचर पर उन्हें बाहर निकाला गया, और डॉक्टरों ने उनकी सेहत की पूरी जांच की. इसमें उनके रक्तचाप, हृदय, आंखों की रोशनी और मांसपेशियों की स्थिति की जांच की गई. डॉक्टर्स ने सुनिश्चित किया कि वे सभी सुरक्षित हैं और उनके शरीर पर अंतरिक्ष यात्रा का असर कम से कम हो.
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी पर पूरे भारत और अमेरिका में खुशी का माहौल है. उनका यह सफर सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि विज्ञान और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में भी एक बड़ी उपलब्धि है. अंतरिक्ष मिशन के दौरान उनके परिवार और दुनिया भर के लोग उनके सुरक्षित वापस आने का इंतजार कर रहे थे.