डेढ़ साल की प्लानिंग, कई एयरबेस तबाह, क्या है ऑपरेशन 'स्पाइडरवेब'? जिससे कांपी पुतिन की रूह!

    Operation Spiderweb: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध अब उस मोड़ पर आ पहुंचा है जहाँ सीमाओं का कोई अर्थ नहीं रह गया. रविवार को रूस के चार महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर उस समय हड़कंप मच गया, जब आसमान में अचानक यूक्रेनी ड्रोन मंडराने लगे और कुछ ही मिनटों में दर्जनों बमवर्षक विमान जलकर खाक हो गए. यह कोई सामान्य सैन्य हमला नहीं था.

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    Image Source: Social Media

    Operation Spiderweb: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध अब उस मोड़ पर आ पहुंचा है जहाँ सीमाओं का कोई अर्थ नहीं रह गया. रविवार को रूस के चार महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर उस समय हड़कंप मच गया, जब आसमान में अचानक यूक्रेनी ड्रोन मंडराने लगे और कुछ ही मिनटों में दर्जनों बमवर्षक विमान जलकर खाक हो गए. यह कोई सामान्य सैन्य हमला नहीं था — यह था ‘ऑपरेशन स्पाइडरवेब’, जो डेढ़ साल की गोपनीय तैयारी का परिणाम था. इसे यूक्रेन की खुफिया एजेंसी SBU ने अंजाम दिया और खुद राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की इस पूरे मिशन पर नजर रख रहे थे.

    जैसे किसी थ्रिलर फिल्म का सीन
    ‘स्पाइडरवेब’ की रणनीति किसी हॉलीवुड जासूसी फिल्म जैसी लगती है. हमले में जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, उन्हें विस्फोटक से लैस कर लकड़ी की झोपड़ियों की छतों के नीचे छिपाया गया था. ये झोपड़ियां खास ट्रकों पर लादकर रूस के रणनीतिक एयरबेस के पास पहुंचाई गईं. फिर एक रिमोट सिग्नल से छतें खुलीं और ड्रोन सीधा आसमान की ओर उड़ चले—अपने टारगेट की ओर.

    हमले की 10 प्रमुख बातें
    इरकुत्स्क में अब तक का सबसे बड़ा हमला:

    यूक्रेन ने रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित इरकुत्स्क एयरबेस को निशाना बनाकर 40 से अधिक रूसी विमानों को नुकसान पहुंचाया.

    4000 किलोमीटर दूर तक पहुंच:
    यूक्रेनी ड्रोन ने रूस की सीमा से 4000 किमी भीतर तक पहुंचकर हमला किया—यह रूस की सुरक्षा प्रणाली पर बड़ा झटका है.

    मुरमांस्क के ओलेन्या एयरबेस पर हमला:
    परमाणु हथियार ले जाने वाले विमानों के प्रमुख केंद्र माने जाने वाले ओलेन्या बेस से विस्फोट और धुएं की खबरें सामने आईं.

    बेलारूसी मीडिया की पुष्टि:
    NEXTA नामक स्वतंत्र मीडिया एजेंसी ने विस्फोटों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा की हैं.

    अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं:
    रूस की ओर से हमले की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन अगर यह सच साबित होता है, तो यह रूस पर अब तक का सबसे संवेदनशील हमला होगा.

    रूस का जवाबी हमला:
    हमले के कुछ दिन पहले रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया था जिसमें 367 ड्रोन और मिसाइलें शामिल थीं.

    कीव समेत कई शहर प्रभावित:
    रूसी हमले में कीव, खारकीव, टर्नोपिल और खमेलनित्सकी जैसे शहरों में 13 लोगों की जान गई और कई घायल हुए.

    266 ड्रोन और 45 मिसाइलें यूक्रेन ने गिराईं:
    यूक्रेनी वायु सेना ने जवाबी कार्रवाई में सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया.

    मॉस्को के दावे:
    रूस का कहना है कि उसने भी 100 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया, जिनमें से कुछ राजधानी की ओर बढ़ रहे थे.

    UNSC में अमेरिका की अपील:
    अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस से युद्धविराम (Ceasefire) के लिए कदम उठाने की अपील की है और इसे शांति का “सबसे अच्छा मौका” बताया.

    क्या अब युद्ध की परिभाषा बदल रही है?
    ‘ऑपरेशन स्पाइडरवेब’ यह साफ संकेत देता है कि युद्ध अब सिर्फ ताकत या हथियारों का खेल नहीं रहा. अब यह बुद्धिमत्ता, तकनीक और सटीक रणनीति का मैदान बन चुका है. लकड़ी की झोपड़ियों में छिपे ड्रोन, ट्रकों पर लादकर सीमाओं के भीतर ले जाना और फिर एक बटन दबाते ही सबकुछ बदल देना — यह दिखाता है कि यूक्रेन की सैन्य योजना अब पारंपरिक तरीकों से कहीं आगे निकल चुकी है. राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की पहले ही कह चुके हैं कि उनका देश अपनी आज़ादी की रक्षा के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार है. और यह ऑपरेशन उस दृढ़ संकल्प की एक जिंदा मिसाल है.

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