यूपी में कानून के शिकंजे में अपराधी, पिछले 8 सालों में हुए इतने एनकाउंटर, पुलिस ने जारी किया चौंकाने वाला डेटा

    UP News: उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस एनकाउंटर अहम हथियार बन गया है. योगी सरकार की "जीरो टॉलरेंस नीति" के तहत बीते 8 वर्षों में अपराध के खिलाफ जिस तरह की सख्ती दिखाई गई, उसने पूरे देश में चर्चा बटोरी है.

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    UP News: उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस एनकाउंटर अहम हथियार बन गया है. योगी सरकार की "जीरो टॉलरेंस नीति" के तहत बीते 8 वर्षों में अपराध के खिलाफ जिस तरह की सख्ती दिखाई गई, उसने पूरे देश में चर्चा बटोरी है. अब यूपी पुलिस ने इसके पीछे के आंकड़े भी सार्वजनिक कर दिए हैं, जो इस मुहिम की गंभीरता और परिणामों को साफ तौर पर दर्शाते हैं.

    234 अपराधियों का एनकाउंटर में हुआ खात्मा

    कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2017 से 2024 तक यूपी में कुल 14,741 पुलिस एनकाउंटर हुए हैं. इनमें 234 दुर्दांत अपराधी मारे गए, जबकि 9,202 अपराधी घायल हुए हैं. इन कार्रवाइयों के दौरान 30,293 अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

    पुलिस को भी चुकानी पड़ी कीमत

    अपराधियों से मुकाबले में 18 पुलिसकर्मियों को जान गंवानी पड़ी, जबकि 1,700 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. ये आंकड़े दिखाते हैं कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस भी अपनी जान जोखिम में डाल रही है.

    मेरठ जोन सबसे आगे

    मेरठ जोन में सबसे ज्यादा 4,183 एनकाउंटर हुए. 7,871 अपराधी पकड़े गए, 2,839 घायल, और 77 की मौत हुई. पुलिस के भी 2 जवान शहीद हुए और 452 घायल हुए. वहीं वाराणसी जोन में 1,041 एनकाउंटर, 2,009 गिरफ्तार, 605 घायल, 26 एनकाउंटर में ढेर हुए हैं. आगरा जोन में भी 2,288 एनकाउंटर, 5,496 अपराधी पकड़े गए, 715 घायल, और 19 मारे गए.

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