Shankar Kanaujia Encounter: यूपी एसटीएफ को शनिवार को एक बड़ी कामयाबी मिली जब उसने एक लाख रुपये के इनामी अपराधी शंकर कनौजिया को एक मुठभेड़ में मार गिराया. 2011 से फरार चल रहा यह अपराधी हत्या, लूट और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों की लंबी फेहरिस्त के साथ पुलिस की वांछित सूची में शामिल था.
राज्य के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एनकाउंटर आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र में हुआ, जहां एसटीएफ की टीम ने लंबे समय से छिपे अपराधी की ठोस लोकेशन ट्रैक की थी.
Uttar Pradesh STF killed Shankar Kannaujia in an encounter. He had a bounty of Rs 1 lakh on his head. A carbine, a pistol and cartridges were recovered from the criminal in this encounter in Varanasi. This criminal has been absconding since 2011. After this, he kept committing… pic.twitter.com/cFjA86uxbw
— ANI (@ANI) August 23, 2025
शंकर कनौजिया कौन था?
रौनापार थाना क्षेत्र के हाजीपुर गांव का रहने वाला शंकर कनौजिया एक अंतरजनपदीय अपराधी था. उस पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और अपहरण जैसे 9 से ज्यादा गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे. हालिया वारदात में उसने एक ड्राइवर की हत्या कर उसका वाहन लूट लिया था, जो कि उसकी क्रिमिनल पृष्ठभूमि का सबसे बर्बर चेहरा साबित हुआ.
11 जुलाई की सिर कटी लाश और मर्डर केस से लिंक
आजमगढ़ पुलिस को 11 जुलाई को रौनापार थाना क्षेत्र में एक सिर कटी लाश बरामद हुई थी, जिसकी पहचान शैलेन्द्र नामक युवक के रूप में हुई. इस हत्याकांड के तीन आरोपियों में से दो को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जिसमें रामछवि उर्फ दबिया और छांगुर शामिल है. लेकिन मुख्य आरोपी शंकर कनौजिया गिरफ्तारी से बचता रहा. वाराणसी जोन के एडीजी पीयूष मोर्डिया ने इस अपराधी पर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया था.
गोरखपुर से रची गई थी हत्या और लूट की साजिश
पुलिस की जांच में सामने आया है कि तीनों आरोपियों ने गोरखपुर से फर्जी दस्तावेजों की मदद से पिकअप बुक किया और शैलेन्द्र नामक ड्राइवर को लाटघाट बुलाकर खाद्य सामग्री में जहरीला पदार्थ मिला दिया. अचेत होने के बाद उसकी हत्या की गई और पिकअप को लूट लिया गया. घटना के बाद आरोपी फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने पहले ही पिकअप, मोबाइल, तमंचा और फावड़ा बरामद कर लिया था.
एनकाउंटर में बरामद हुए हथियार
शनिवार को STF द्वारा की गई मुठभेड़ में शंकर कनौजिया के पास से एक कार्बाइन, पिस्टल और कारतूस बरामद हुए. जब पुलिस ने घेराबंदी की तो शंकर ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हुआ और बाद में दम तोड़ दिया.