THE JC Show: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम की चर्चा दुनियाभर में सुनाई दे रही है. खासतौर पर अमेरिका और चाइना के बीच बढ़ते हुए टैरिफ विवाद की. इस बीच चर्चा है कि भारत सरकार चाइनीस इन्वेंस्टमेंट पर जो प्रतिबंध लगे हुए थे. उसपर विचार कर रही है. इस सवाल पर भारत 24 के सीईओ और एडिटर इन चीफ डॉ. जगदीश चंद्र से जब बातचीत हुई तो उन्होंने इस चर्चा के पीछे के सच को सामने किया.
क्या सरकार कर रही विचार?
यही सवाल जब डॉ. जगदीश चंद्र से किए गए तो उन्होंने कहा कि 'इस चर्चा को उन्होंने भी सुना था. जिसके बाद जब उन्होंने इसे चेक किया तो पता चला कि ऐसा नहीं है. अभी सरकार का ऐसा कोई मूव नहीं है. सरकार की तरफ से जो रिस्ट्रिक्शन्स चाइना पर लगी हुईं हैं. उनको रिलैक्स किया जाए या नहीं उसको थोड़ा हल्का किया जाए. प्राइवेट सेक्टर का दबाव है कि ऐसा करना जरूरी है. वरना जो अमेरिका की टेरिफ के कारण से जो बिजनेस बाहर जाएगा वो बिजनेस दूसरे एशियन कंट्री में जाने के बजाय भारत में आए.
उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि FDI की जो नॉर्म्स है उन्हें रिलैक्स किया जाए. उन्हें रिव्यू किया जाए और जो पॉलिसी है भारत की चाइनीज इन्वेस्टमेंट के बारे में उसको नए सिरे से रिव्यू करके रिप्लेस किया जाए.
'जो एफडीआई की जो नॉर्म्स हैं उनको रिलैक्स किया जाए उनको रिव्यु किया जाए और जो पॉलिसी है भारत की चाइनीस इन्वेस्टमेंट के बारे में उसको नए सिरे से रिव्यु करके रिलैक्स किया जाए लेकिन मुझे ऐसा लगता नहीं कि फिलहाल सरकार ऐसा करने जा रही है. या सरकार का अभी कुछ ऐसा प्लान है'.
PM मोदी की थाइलैंड यात्रा का उद्देश्य?
शो में आगे चर्चा के दौरान सवाल किया गया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का उद्देश्य इंडोपैसिफिक में चीन के बढ़ते हुए प्रभाव को रोकना रहा है या नहीं? इस सवाल के जवाब में भारत 24 के एडिटर इन चीफ डॉ. जगदीश चंद्र ने कहा कि बिल्कुल यह तो वन ऑफ मेन उद्देश्य इसे कहना चाहिए. सभी देश ये चाहते हैं छोटे हो या बड़े इस ग्रुप के अंदर इससे बड़े देश भी चाहते हैं. अमेरिका भी चाहता है कि साउथ चाइना सी जो है और जो इंडोपेसिफिक है उसमें जो चाइना की दादागिरी है जो फ्री मूवमेंट नहीं हो पाता वो जहाजों का व्यक्तियों का सामान का गुड्स का मूवमेंट फ्री हो यह कॉमन एजेंडा है.
उन्होंने कहा कि उसी कॉमन एजेंडे की दिशा में ये बीम्सक भी उसका एक भाग है और ये जो यात्रा कर रहे हैं नरेंद्र मोदी ये जो सात आठ कंट्रीज हैं जिनकी इकोनमिक पावर है जो डेवलपिंग नेशंस हैं भारत के साथ-साथ जो है इनको जोड़ के अपने साथ में रखना और चाइना के खिलाफ इनडायरेक्टली एक बड़ा मंच तैयार करना चाइना का जो बढ़ता हुआ प्रभाव है चाहे लंका है चाहे थाईलैंड है इन देशों में जो चाइना के जो ग्रोइंग जिसे कहते हैं फुटप्रिंट्स हैं उसको रोकना यह सब पर्पस जो अल्टीमेटली चाइना का जो इन्फ्लुएंस है उसको रोकना उसकी दिशा में एक ये डिसेंट और डिग्निफाइड प्रयास है.
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