भारत के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले ने केवल सीमा पार तनाव को नहीं बढ़ाया, बल्कि पाकिस्तान के भीतर भी सियासी तापमान को चरम पर पहुंचा दिया है. जहां एक ओर भारत की संभावित कड़ी प्रतिक्रिया को लेकर पाकिस्तान में बेचैनी साफ देखी जा रही है, वहीं दूसरी ओर देश की आंतरिक राजनीति भी उथल-पुथल का सामना कर रही है.
इमरान के समर्थकों का आर्मी चीफ पर आरोप
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई को लेकर जनदबाव फिर एक बार ज़ोर पकड़ने लगा है. सोशल मीडिया पर "#ResignAsimMunir" और "#BoycottFaujiDhanda" जैसे ट्रेंड्स पाकिस्तान की फौज और मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ जनता के बढ़ते अविश्वास को उजागर कर रहे हैं. इमरान समर्थकों का आरोप है कि पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले के पीछे सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की भूमिका है, जिससे स्थिति और भी विस्फोटक हो गई है.
इमरान की वापसी की मांग हुई तेज
हालात इस हद तक बिगड़ चुके हैं कि अगर भारत-पाक युद्ध जैसे हालात बनते हैं, तो बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक इमरान खान को राष्ट्रीय नेतृत्व में देखने की मांग कर रहे हैं. सोशल मीडिया से लेकर संसद तक इस बात की गूंज सुनाई दे रही है. पीटीआई नेता शिबली फराज ने हाल ही में सीनेट में कहा कि “देश किसी निर्णायक मोड़ पर खड़ा है और ऐसे वक्त में इमरान की भूमिका बेहद अहम होगी.”
वहीं पहलगाम हमले के बाद भारत के एक्शन से पाकिस्तान सरकार बुरी तरह बौखला गई है. पाक सरकार के मंत्री और आर्मी के अधिकारी भारत को गीदड़भभकी दे रहे हैं. पाक सरकार को भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई का डर सता रहा है.
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