पणजी को भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2024-25 में 50,000 से 20,000 की आबादी वाले सबसे स्वच्छ शहर का खिताब दिया गया है. यह उपलब्धि विश्वजीत राणे के अटूट सामुदायिक प्रयासों और दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है।
यह सम्मान सिर्फ़ एक पुरस्कार नहीं है—यह स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए गए निरंतर प्रयासों और परिवर्तनकारी पहलों का प्रमाण है. घर-घर जाकर कचरा संग्रहण से लेकर कचरा-मुक्त शहर का प्रमाण पत्र प्राप्त करने और कचरे के वैज्ञानिक निपटान को सुनिश्चित करने तक, पणजी ने शहरी स्वच्छता में एक मानक स्थापित किया है.
सभी के लिए गर्व का क्षण
विश्वजीत राणे ने लिखा, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है - यह स्वच्छ एवं हरित गोवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है. इस यात्रा में उनके नेतृत्व और समर्थन के लिए माननीय मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के प्रति आभारी हूं.
पणजी के मेयर रोहित मोनसेरेट की विशेष सराहना की जाती है, क्योंकि उन्होंने शहर भर में कचरा पृथक्करण सुनिश्चित करने के लिए समर्पण और सक्रिय प्रयास किया है.
2047 तक विकसित भारत का संकल्प
मैं गोवा के लोगों, हमारी स्वच्छता टीमों और सभी हितधारकों का भी आभारी हूं जिनके सामूहिक प्रयासों से यह उपलब्धि संभव हो पाई. हम सब मिलकर, 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप एक स्थायी और स्वच्छ गोवा के निर्माण के लिए नए दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं.