Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने न सिर्फ देश को झकझोर दिया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता की लहर दौड़ा दी है. इस बर्बर हमले में अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें दो विदेशी नागरिक—नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात के निवासी भी शामिल हैं. दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
इस संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस नृशंस हमले की जिम्मेदारी The Resistance Front (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो लंबे समय से कश्मीर घाटी में सक्रिय है. हालांकि, सुरक्षा बलों ने इसके कई शीर्ष आतंकियों को पहले ही ढेर कर दिया है, लेकिन यह हमला बताता है कि संगठन अब भी जिंदा है—या कम से कम जिंदा बनाए रखा गया है.
क्या है पाकिस्तान कनेक्शन?
हालांकि भारत सरकार ने अभी तक आधिकारिक रूप से पाकिस्तान का नाम नहीं लिया है, लेकिन हमले की टाइमिंग, टारगेट और तरीका कई सवाल खड़े कर रहे हैं. सूत्रों का मानना है कि हमले के पीछे सीमा पार से मिली प्रेरणा या सहायता हो सकती है. ऐसे समय में जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब जैसे रणनीतिक देशों से संबंध मजबूत कर रहे हैं. यह हमला पाकिस्तान के लिए एक प्रतीकात्मक प्रतिक्रिया जैसा प्रतीत होता है. पाकिस्तान इस घटना के जरिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान दोबारा कश्मीर की ओर खींचने की कोशिश कर सकता है.
This meeting happened 4 days ago in Rawalkot Pakistan Occupied Kashmir, Listen to each and every word stated by this monster carefully...
— Voice of Hindus (@Warlock_Shubh) April 22, 2025
Still our agencies were sleeping!#PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/eHxivDQQ8X
POK से वायरल हुआ धमकी भरा वीडियो
हमले के कुछ दिन पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में एक जनसभा के दौरान रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक आतंकी भारत को लहूलुहान करने की धमकी देता नज़र आता है. इस वीडियो में वह कश्मीर को ‘जिहाद’ के ज़रिए हासिल करने की बात करता है और भारत पर धार्मिक जनसंख्या परिवर्तन का आरोप लगाता है.
उसने कहा “हम तुम्हारी गर्दनों को भी काटेंगे... ये पांचवां साल है, लेकिन हमें भूलना नहीं है कि शोहदा ने क्या कुर्बान किया.” यह वीडियो आतंकी सोच की गहराई और नफरत की ज़मीन को उजागर करता है—जिस पर आतंकी संगठन युवा दिमागों को गुमराह करते हैं.
पाकिस्तान को क्या मिला इस हमले से?
छवि निर्माण: पाकिस्तान इस हमले का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए कर सकता है कि कश्मीर अब भी "अशांत" है—एक नैरेटिव जिसे वह वर्षों से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की कोशिश करता रहा है. भारत की छवि को चोट: खासकर ऐसे समय में जब भारत विदेशी निवेशकों और पर्यटकों को आमंत्रित कर रहा है, इस तरह की घटनाएं उसकी छवि को प्रभावित कर सकती हैं.
स्थानीय अस्थिरता: पर्यटकों की आवाजाही में गिरावट और स्थानीय व्यापार पर असर डालकर पाकिस्तान कश्मीरी युवाओं में असंतोष और बेरोजगारी की भावना को फिर हवा देना चाहता है. दुनिया का ध्यान खींचना: भारत द्वारा कश्मीर में लाए गए बदलावों (अनुच्छेद 370 और 35A हटाने) के बाद पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंच पर लगातार उपेक्षित रहा है—यह हमला उसे दोबारा चर्चा में ला सकता है.
आगे की राह क्या?
भारत के लिए यह सिर्फ एक सुरक्षा चुनौती नहीं, बल्कि एक रणनीतिक चेतावनी भी है. यह स्पष्ट संकेत है कि आतंक का नेटवर्क अब भी सीमापार सुरक्षित पनाहगाहों से संचालित हो रहा है. ऐसे में एक बार फिर यह सवाल खड़ा होता है—क्या समय आ गया है कि भारत सिर्फ रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति अपनाए?
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