नई दिल्ली: भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक युग का अंत हो चुका है. रोहित शर्मा और विराट कोहली, दो दिग्गज जिन्होंने पिछले दशक में टेस्ट टीम की पहचान बनाई, अब संन्यास ले चुके हैं. 7 और 12 मई को अपने-अपने रिटायरमेंट की घोषणा करके दोनों खिलाड़ियों ने टीम इंडिया में नेतृत्व का एक बड़ा खालीपन छोड़ दिया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठता है — अब अगला टेस्ट कप्तान कौन?
टीम इंडिया के सामने अब एक नई लीडरशिप को तैयार करने की चुनौती है, जिसमें सीनियर खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा सितारों को भी परखा जा रहा है. आइए नजर डालते हैं उन नामों पर जो इस वक्त टेस्ट टीम की कमान संभालने की दौड़ में शामिल हैं.
1. जसप्रीत बुमराह: फिटनेस का इम्तिहान
जसप्रीत बुमराह का नाम सबसे पहले सामने आता है. उन्होंने सीमित मौकों पर टीम की कप्तानी की है और नेतृत्व क्षमता भी दिखाई है. पर्थ टेस्ट में जीत के साथ उन्होंने अपनी रणनीतिक सोच का प्रदर्शन किया था, लेकिन सिडनी टेस्ट में पीठ की चोट के कारण मैच के बीच से ही बाहर हो गए थे.
बुमराह की सबसे बड़ी चुनौती उनकी फिटनेस है. वे लंबे फॉर्मेट के दौरान लगातार खेलने की स्थिति में नहीं रहते और अक्सर बीच सीरीज में रेस्ट देना पड़ता है. यही कारण है कि बुमराह को फुल-टाइम कप्तान बनाना जोखिम भरा हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स तो यह भी कह रही हैं कि उन्होंने खुद ही कप्तानी संभालने में असमर्थता जताई है.
2. ऋषभ पंत: अनप्रेडिक्टेबल बैटिंग
अगर बात टीम के सबसे एक्सपेरिमेंटल लेकिन मैच विनिंग खिलाड़ी की हो, तो ऋषभ पंत का नाम सबसे ऊपर आता है. वे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका जैसी कठिन परिस्थितियों में शतक जड़ चुके हैं. फिलहाल उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में पक्की मानी जाती है.
हालांकि, उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठते हैं, क्योंकि वे खुद एक बेहद आक्रामक और रिस्की बैटर हैं. अब तक उन्होंने भारत के लिए किसी भी फॉर्मेट में कप्तानी नहीं की है, लेकिन IPL और घरेलू क्रिकेट में उनके पास लीडरशिप का अनुभव है. अगर टीम मैनेजमेंट कोई नया और साहसी फैसला लेना चाहे, तो पंत एक सरप्राइज विकल्प हो सकते हैं.
3. शुभमन गिल: भविष्य का चेहरा
25 साल के शुभमन गिल को क्रिकेट का अगला सुपरस्टार कहा जा रहा है. उन्होंने वनडे और टी20 में पहले ही टीम इंडिया की कप्तानी की है और टेस्ट क्रिकेट में भी उनकी जगह लगभग पक्की है. विराट कोहली भी इसी उम्र के आसपास टीम के कप्तान बने थे.
शुभमन की तकनीक, टेम्परामेंट और परिपक्वता उन्हें कप्तानी का प्रबल दावेदार बनाती है. अगर टीम मैनेजमेंट लंबी योजना के साथ चलना चाहे, तो गिल को अभी उप कप्तान बनाकर टेस्ट लीडर के रूप में तैयार किया जा सकता है.
4. केएल राहुल: अनुभव और स्थिरता
राहुल शायद इस समय सबसे स्थिर विकल्प हैं. वे इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी कठिन परिस्थितियों में रन बना चुके हैं और तीन टेस्ट मैचों में कप्तानी का अनुभव भी रखते हैं. दो में टीम को जीत भी मिली है.
राहुल को कप्तान बनाने से टीम को एक ऐसा लीडर मिलेगा जो शांत स्वभाव का है, अनुभव भी रखता है और जिम्मेदारी लेने की क्षमता भी. शुभमन को भविष्य के लिए तैयार करने की रणनीति के तहत, राहुल को इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए कप्तानी सौंपी जा सकती है.
अगली परीक्षा: इंग्लैंड दौरा
भारत को अगला टेस्ट मुकाबला इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से हेडिंग्ले में खेलना है. दौरा 4 अगस्त तक चलेगा और पांच टेस्ट खेले जाएंगे. पिछली बार भारत ने इंग्लैंड में विराट कोहली की कप्तानी में 2-2 से सीरीज ड्रॉ कराई थी. अब नए युग की शुरुआत होने वाली है — और नया कप्तान वही होगा जो टीम को चुनौतीपूर्ण इंग्लिश परिस्थितियों में आगे बढ़ा सके.
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