'इस बात पर मेरा माथा ठनका, खुरपी से गर्दन काट दी', बीवी के सिर को रामगंगा में फेंकने वाले का कबूलनामा

    मुरादाबाद में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानी रिश्तों की सच्चाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

    Moradabad murder confession Ramganga
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    मुरादाबाद में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानी रिश्तों की सच्चाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं. शाने अली उर्फ रेहान ने अपनी दूसरी पत्नी तबस्सुम की बेरहमी से हत्या कर दी और उसका सिर रामगंगा नदी में फेंक दिया. पुलिस पूछताछ में रेहान ने बिना किसी पछतावे के अपना गुनाह कबूल किया. उसका कहना था, "अफसोस है, लेकिन सिर्फ इस बात का कि अगर तबस्सुम ने मुझे धोखा न दिया होता, तो मुझे ये कदम न उठाना पड़ता."

    कैसे हुई थी मुलाकात?

    रेहान ने बताया कि डेढ़ साल पहले तबस्सुम के साथ उसकी मुलाकात टीपी नगर के जन्नत बाग में हुई थी. तबस्सुम ने अपने घर में कुछ काम के लिए रेहान को बुलाया था. यहीं से दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ीं. रेहान पहले से शादीशुदा था और उसकी एक बेटी भी थी. दूसरी ओर, तबस्सुम का पहला पति आसिफ मर चुका था. आसिफ से तबस्सुम के पांच बच्चे थे—तीन बेटे (अरशद, बिलाल, आशिक रजा) और दो बेटियां (इल्मा, फातिमा).

    रेहान के अनुसार, तबस्सुम ने रेहान को अपनी बातों में फंसाया और कहा कि अगर वह अपनी पहली पत्नी को छोड़ दे, तो वह उससे निकाह कर लेगी. रेहान ने उसकी बात मानकर अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया. इसके बाद, लगभग एक साल पहले रेहान और तबस्सुम ने निकाह कर लिया. लेकिन, शादी के कुछ ही समय बाद तबस्सुम ने अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया. वह रेहान को ताने मारने लगी, कहती थी, "तू गरीब है, मैं तेरे साथ नहीं रह सकती." 

    खुरपी से उसकी गर्दन काट दी

    रेहान ने बताया कि उसने तबस्सुम को समझाने की हर मुमकिन कोशिश की. उसने कहा कि उसकी खातिर उसने अपनी बसी-बसाई जिंदगी छोड़ दी थी, लेकिन तबस्सुम टस से मस न हुई. उल्टा, उसने रेहान को धमकी दी कि अगर उसने उसका पीछा नहीं छोड़ा, तो वह उसे मरवा देगी. यहीं से रेहान का गुस्सा फूट पड़ा और उसने तबस्सुम की हत्या का मन बना लिया.

    12 अप्रैल को रेहान तबस्सुम को उसके मायके चूहा नंगला से मनाकर वापस जन्नत बाग लाया, लेकिन वहां फिर से दोनों के बीच झगड़ा हो गया. गुस्से में रेहान ने पहले तबस्सुम के सिर पर ईंट से वार किया और फिर खुरपी से उसकी गर्दन काट दी. उसने सिर को रामगंगा नदी में फेंक दिया और धड़ को घर की सीढ़ियों के नीचे गड्ढा खोदकर दफना दिया.

    परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई

    हत्या के बाद रेहान ने चालाकी दिखाते हुए तबस्सुम की मां को फोन कर कहा कि वह मायके जाने की बात कहकर निकली थी. जब तबस्सुम मायके नहीं पहुंची, तो उसके परिजनों ने मझोला थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. रेहान भी परिजनों के साथ मिलकर तबस्सुम को ढूंढने का नाटक करता रहा. फिर वह ट्रक चलाने के लिए चला गया. 

    लेकिन, तबस्सुम की मां को रेहान पर शक था. वह लगातार पुलिस से संपर्क में रही और रेहान पर हत्या का आरोप लगाती रही. आखिरकार, SSP सतपाल अंतिल के निर्देश पर मझोला पुलिस ने रेहान से सख्ती से पूछताछ की. दबाव में वह टूट गया और मंगलवार को तबस्सुम का शव बरामद करवाया. पुलिस ने रेहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 

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