मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच, लेबनान स्थित आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ नेता नईम कासिम ने एक उकसाने वाला बयान जारी किया है. उन्होंने आशंका जताई है कि अगर इज़रायल क्षेत्र के प्रतिरोधी गुटों को पूरी तरह से खत्म करने में सफल रहा, तो अगला नंबर खाड़ी देशों का हो सकता है. यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब कतर की राजधानी दोहा में इज़रायल के हवाई हमले में हमास के पांच सदस्यों और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो चुकी है.
नईम कासिम ने इज़रायल पर आरोप लगाते हुए कहा, "हम कतर के साथ खड़े हैं, जिस पर सीधा हमला हुआ है. हम फिलिस्तीनी प्रतिरोध के समर्थन में हैं. इज़रायल का असली उद्देश्य पूरे मध्य पूर्व में 'ग्रेटर इज़रायल' की स्थापना करना है, जिसे हम कभी नहीं होने देंगे." उन्होंने कहा कि फिलहाल लेबनान, गाजा और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय प्रतिरोधी गुट ही इज़रायल की मंशा पर लगाम लगाए हुए हैं. अगर ये समूह पराजित हुए, तो इज़रायल अगला कदम खाड़ी देशों की ओर बढ़ाएगा.
खाड़ी देशों को चेतावनी और समर्थन की अपील
नईम कासिम ने सीधे तौर पर बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य खाड़ी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि "अगर इज़रायल ने प्रतिरोध को हरा दिया, तो अगला नंबर आपका होगा." उन्होंने इन देशों से अपील की कि वे प्रतिरोधी गुटों को आर्थिक, राजनीतिक, और सामाजिक स्तर पर समर्थन दें ताकि इज़रायल की विस्तारवादी नीतियों पर रोक लगाई जा सके.
हिज़बुल्लाह को निशाना बना रहा है इज़रायल
हाल ही में लेबनान सरकार ने हिज़बुल्लाह को हथियार मुक्त करने के लिए सैन्य प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, और यह बयान उसी के कुछ दिन बाद आया है. कासिम ने दावा किया कि सीज़फायर के बावजूद इज़रायल लगातार हमले कर रहा है. उन्होंने कहा, "इज़रायल ने युद्धविराम की शर्तों को कभी गंभीरता से नहीं लिया. वह लगभग हर दिन लेबनान पर हमले कर रहा है, जिनका मकसद हिज़बुल्लाह की ताकत को खत्म करना है." इज़रायल की तरफ से यह कहा गया है कि हिज़बुल्लाह फिर से अपनी सैन्य क्षमता को बहाल करने की कोशिश कर रहा है, खासकर तब जब उसके कई वरिष्ठ कमांडर मारे जा चुके हैं.
11 अरब डॉलर का नुकसान, हजारों की जान गई
इज़रायल-हिज़बुल्लाह जंग, जो कि 8 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी, अब तक लेबनान में 4000 से अधिक लोगों की जान ले चुकी है. इनमें सैकड़ों निर्दोष नागरिक शामिल हैं. वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान को इस संघर्ष से अब तक 11 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हो चुका है. दूसरी ओर, इज़रायल ने भी इस जंग में 127 लोगों को खोया, जिनमें से 80 सैनिक थे. यह लड़ाई उस समय तेज़ हो गई थी जब हमास द्वारा इज़रायल पर किए गए हमले के एक दिन बाद हिज़बुल्लाह ने भी रॉकेट दागने शुरू कर दिए थे. यह सिलसिला सितंबर 2024 में एक बड़े युद्ध में बदल गया.
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