आखिरकार भारत ने उन आँसुओं का हिसाब चुकता कर दिया जो पहलगाम हमले में बहाए गए थे. मंगलवार की रात जब दुनिया सो रही थी, भारतीय वायुसेना का ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के आतंकी ढांचों पर कहर बनकर टूटा. महज 25 मिनट में भारतीय वायुसेना ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया. यह हमला केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं था, यह एक स्पष्ट संदेश था कि भारत अपने वीरों के खून को यूं ज़ाया नहीं जाने देगा.
इस ऑपरेशन से न केवल आतंकी ढांचे को गहरा झटका लगा, बल्कि तीनों संगठनों के सरगनाओं की रीढ़ भी हिल गई. जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर तो इतना टूट चुका है कि उसने अफसोस जताया कि वह भी इस हमले में मारा जाता.
हाफिज सईद के हेडक्वार्टर तक पहुंची भारत की ताक़त
लश्कर ए तैयबा के सरगना हाफिज सईद के मुरीदके, सवाई नल्ला और बरनला स्थित ठिकानों पर सटीक हमले किए गए. मुरदके का ठिकाना लश्कर का हेडक्वार्टर माना जाता था, जहां आतंकी तैयार किए जाते थे. बरनाला और सवाई नल्ला में IED और हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी. यह सभी ठिकाने अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 30-40 किलोमीटर की दूरी पर थे.
मसूद अजहर को सबसे गहरा जख्म
बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन हब को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. इसके अलावा सरजाल, बिलाल कैंप और कोटली स्थित लॉन्च पैड्स को भी मटियामेट कर दिया गया. हमले में मसूद अजहर का पूरा परिवार बर्बाद हो गया—उसकी बड़ी बहन, जीजा, भांजा-भाभी, भतीजे और बच्चों समेत 10 परिजन मारे गए. मसूद अजहर के दो करीबी सहयोगी, मां और अन्य साथी भी इस हमले में खत्म हो गए.
सलाहुद्दीन के मंसूबे चकनाचूर
हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन के कोटली, सियालकोट के मेहमूना जोया और राहील शाहिद कैंपों को टारगेट किया गया. ये ठिकाने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारत की सीमा से महज 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर थे. इस हमले में कुख्यात आतंकी कारी मोहम्मद इकबाल को भी ढेर कर दिया गया, जो कोटली में कैंप चलाता था. उसके साथ 10 और आतंकी भी मारे गए.
ये भी पढ़ें: भारत ने उड़ाए पाक के चीथड़े; ऑपरेशन सिंदूर से बिलबिलाए शहबाज, बोले - सिर्फ हमला नहीं किया, मजाक भी उड़ाया