मुर्शिदाबाद हिंसा में कैसे गई पिता-पुत्र की जान? गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया पूरा सच

    पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले दिनों कई बार हिंसा भड़की थी. उग्र प्रदर्शनकारियों ने तीन लोगों की जान भी ले ली थी. वहीं अब इस मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।

    How did father and son die in Murshidabad violence? The arrested accused told the whole truth to the police
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले दिनों कई बार हिंसा भड़की थी. उग्र प्रदर्शनकारियों ने तीन लोगों की जान भी ले ली थी. वहीं अब इस मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. हिंसा के एक अहम आरोपी जियाउल शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस की STF और SIT की संयुक्त कार्रवाई में उत्तर दिनाजपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी 12 अप्रैल को शमशेरगंज के जाफराबाद इलाके में एक व्यक्ति और उसके बेटे की हत्या के मामले में की गई है. जियाउल, जाफराबाद से सटे गांव सुलिताला पुरबापारा का रहने वाला है और वारदात के बाद से फरार था. 

    अब तक चार गिरफ्तार, 100 से ज्यादा FIR

    बता दें कि यह इस मामले में अब तक की चौथी गिरफ्तारी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इससे पहले कालू को बीरभूम जिले के मुराराई से गिरफ्तार किया गया था, जबकि उसका भाई दिलदार बांग्लादेश सीमा के पास से पकड़ा गया. तीसरे आरोपी को जाफराबाद से लगे गांव सुरीपारा से हिरासत में लिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि अब तक वक्फ अधिनियम संशोधन से जुड़े मामलों में 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और कुल 276 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालिया हिंसा में अब तक कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है.

    पुलिस को मिले आरोपी की मौजूदगी के सबूत

    आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में पूरी घटना के बारे में बताया है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह व्यक्ति उन मुख्य आरोपियों में से एक है, जिन्होंने साजिश रचकर 12 अप्रैल को हरगोबिंदो दास और उसके बेटे चंदन दास के घर पर तोड़फोड़ करने और उनकी हत्या करने के लिए भीड़ को उकसाया था.'  उन्होंने कहा कि पुलिस के पास 12 अप्रैल को अपराध स्थल पर उसकी मौजूदगी को साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उसके मोबाइल फोन संबंधी जानकारी समेत कई सबूत हैं.

    मुर्शिदाबाद में कई बार भड़की हिंसा

    आपको बता दें कि वक्फ संशोधन कानून को वापस लेने की मांग को लेकर मुर्शिदाबाद में कई बार हिंसा भड़क गई. उग्र प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया. पुलिस के कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. 12 अप्रैल को हिंसक भीड़ ने पिता-पुत्र मौत के घाट उतार दिया था. इसके अलावा एक अन्य शख्स की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.


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