KMP Expressway Accident: हरियाणा के बहादुरगढ़ में मंगलवार देर रात जिंदगी और मौत के बीच जंग उस समय शुरू हुई, जब रोज़ी-रोटी की तलाश में निकले प्रवासी मजदूरों की गाड़ी एक भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गई. कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में चार लोगों की जान चली गई और 33 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. मृतकों में एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं, जबकि कई घायल महिलाएं और मासूम बच्चे अब अस्पतालों में जिंदगी के लिए जूझ रहे हैं.
ये सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के अमन नगर से हरियाणा के महेंद्रगढ़ ज़िले के घोड़ाकैमला गांव जा रहे थे, जहां उन्हें फसल कटाई का काम मिला था. मजदूरों से भरी पिकअप वैन में करीब 37 लोग सवार थे. रात करीब 1:30 बजे जब गाड़ी केएमपी एक्सप्रेसवे पर बादली के पास पहुंची, तभी एक तेज़ रफ्तार कंटेनर ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिकअप पलट गई और मजदूर सड़क पर दूर-दूर तक बिखर गए. चीख-पुकार और अफरा-तफरी के बीच कई जिंदगियां हमेशा के लिए थम गईं.
मौत के साए में सवारियां
घटना स्थल पर ही चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 33 लोग घायल हुए. इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. 8 घायलों को बहादुरगढ़ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया है, जबकि 25 की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रोहतक के पीजीआईएमएस रेफर किया गया है. घटना की सूचना मिलते ही बादली थाना पुलिस और एक्सप्रेसवे की यूपीडा टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया.
हादसे का जिम्मेदार कौन?
पुलिस ने कंटेनर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने और जानलेवा हादसा करने का मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, लेकिन एक बार फिर यह सवाल उठता है, क्या तेज़ रफ्तार और लापरवाही से सड़कें कब्रगाह बनती रहेंगी?
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