अब रील बनाइए और जीतिए 15,000 का इनाम, सरकार चला रही ये कॉन्टेस्ट, यहां जानें जरूरी शर्तें

    भारत सरकार का Ambitious Digital India मिशन अब अपने 10 साल पूरे कर चुका है. इस उपलब्धि को और खास बनाने के लिए सरकार ने "A Decade of Digital India – Reel Contest" नाम से एक क्रिएटिव कॉन्टेस्ट लॉन्च किया है.

    Digital India Reel Contest Win 15000 rupees MyGov Reel Competition
    प्रतिकात्मक तस्वीर/Photo- FreePik

    भारत सरकार का Ambitious Digital India मिशन अब अपने 10 साल पूरे कर चुका है. इस उपलब्धि को और खास बनाने के लिए सरकार ने "A Decade of Digital India – Reel Contest" नाम से एक क्रिएटिव कॉन्टेस्ट लॉन्च किया है. अगर आपने डिजिटल इंडिया से जुड़े बदलावों को करीब से महसूस किया है, तो अब आपके पास मौका है अपनी कहानी देश से साझा करने का, और साथ ही कैश इनाम जीतने का मौका है.

    क्या है इस रील कॉन्टेस्ट में खास?

    यह प्रतियोगिता खासकर उन भारतीयों के लिए है, जिनकी ज़िंदगी में डिजिटल इंडिया की वजह से कोई सकारात्मक बदलाव आया हो. फिर चाहे वह ऑनलाइन पढ़ाई, डिजिटल हेल्थ सर्विस, आधार कार्ड आधारित सुविधा, या फिर UPI ट्रांजैक्शन हो, अगर आपने इन सेवाओं का लाभ उठाकर कुछ बदला है, तो उसे एक 1 मिनट की प्रेरणादायक रील में बदलने का सुनहरा अवसर है. 

    विजेताओं को क्या मिलेगा?

    सरकार इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वालों के लिए शानदार इनाम भी लेकर आई है. इसमें टॉप 10 रील्स को ₹15,000 का नकद पुरस्कार मिलेगा. अगले 25 प्रतिभागियों को ₹10,000 मिलेगा. इसके अलावा 50 अन्य चुने गए रील निर्माताओं को ₹5,000 दिया जाएगा. 

    रील बनाते समय इन बातों का रखें ध्यान

    रील कम से कम 1 मिनट की होनी चाहिए. वीडियो पूरी तरह से ऑरिजिनल हो, पहले कहीं पोस्ट न की गई हो. इसकी भाषा हिंदी, अंग्रेज़ी या कोई भी भारतीय भाषा होनी चाहिए. वीडियो पोर्ट्रेट मोड में और MP4 फॉर्मेट में हो. इसका विषय होना चाहिए डिजिटल इंडिया ने आपकी ज़िंदगी कैसे बदली है. आप इस रील को बनाकर mygov.in या प्रतियोगिता के अधिकारिक प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर सकते हैं. आखिरी तारीख 1 अगस्त 2025 है. तो अगर आपके पास है एक प्रेरणादायक डिजिटल इंडिया स्टोरी, तो उसे रील में ढालिए और इस राष्ट्रीय जश्न में अपनी आवाज़ जोड़िए.

    डिजिटल इंडिया: तकनीक से तरक्की तक

    2015 में शुरू हुआ डिजिटल इंडिया अभियान, आज गांव-गांव तक तकनीकी पहुँच का प्रतीक बन चुका है. लोगों को डिजिटल सर्विसेस, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, हेल्थ रिकॉर्ड और शिक्षा तक आसान पहुंच मिली है. अब सरकार चाहती है कि आम जनता की असली कहानियाँ इस सफलता का चेहरा बनें.

    ये भी पढ़ें: जानवर बोलेंगे और आप सुनेंगे, AI बताएगा क्या सोच रहे हैं आपके पेट्स