दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर रनवे 10/28 की अस्थायी बंदी का असर उड़ानों के शेड्यूल पर साफ देखा जा रहा है. वरिष्ठ एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अधिकारी के अनुसार, मौजूदा हवाओं की दिशा में बदलाव के चलते यह रनवे बेहद अहम हो जाता है, और इसके बंद होने से हवाई यातायात की सुचारू व्यवस्था पर सीधा असर पड़ा है.
चार रनवे, लेकिन दबाव बढ़ा तीन पर
वर्तमान में IGI एयरपोर्ट पर चार रनवे सक्रिय हैं:
RW 09/27
RW 11R/29L
RW 11L/29R
RW 10/28 (वर्तमान में बंद)
रनवे 10/28 की अनुपलब्धता के कारण, बाक़ी तीन रनवे पर ट्रैफिक का अत्यधिक दबाव आ गया है. इससे विशेष रूप से आगमन (arrivals) की दर में कमी दर्ज की गई है, जिससे देरी और भीड़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है.
CAT III स्टैंडर्ड नहीं होने से सीमित रहा रनवे 10/28 का उपयोग
ध्यान देने योग्य बात यह है कि रनवे 10/28 अभी पूरी तरह से CAT III तकनीक से सुसज्जित नहीं है – जो कि कम दृश्यता (जैसे घना कोहरा) में विमानों की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करती है. यही वजह है कि उसकी उपयोगिता सीमित रही, और अब उन्नयन की दिशा में काम किया जा रहा है.
ATFM सिस्टम से ट्रैफिक प्रबंधन में मदद
हालात को नियंत्रित करने के लिए, दिल्ली एयरपोर्ट ने एयर ट्रैफिक फ्लो मैनेजमेंट (ATFM) प्रणाली को लागू किया है, जो टेक-ऑफ और लैंडिंग की टाइमिंग को बेहतर समन्वय में रखने में मदद करता है, ताकि भीड़-भाड़ को नियंत्रित किया जा सके.
लॉन्ग टर्म अपग्रेड – DIAL ने दी सफाई
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने स्पष्ट किया है कि रनवे 10/28 की बंदी एक अस्थायी कदम है, जो एयरपोर्ट की दीर्घकालिक सुरक्षा और क्षमता वृद्धि के दृष्टिकोण से बेहद जरूरी है. देश की राजधानी का यह प्रमुख एयरपोर्ट घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यातायात में लगातार वृद्धि देख रहा है, और ऐसे में रनवे के उन्नयन से भविष्य में ऑपरेशनल बोझ को कम करने में मदद मिलेगी. गर्मी की छुट्टियों में यात्रा की मांग बढ़ने के बीच, उम्मीद की जा रही है कि रनवे 10/28 के दोबारा शुरू होने से एयरलाइंस और यात्रियों दोनों को राहत मिलेगी.