पटना: बिहार में अपराध के बल पर साम्राज्य खड़ा करने वाले माफियाओं और कुख्यात अपराधियों की अब खैर नहीं. सरकार ने उनके खिलाफ अब सबसे बड़ा हथियार चला दिया है. बता दें कि बिहार के कुख्यात अपराधियों की अवैध संपत्ति की जब्त की जाएगी. राज्य भर में यह प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है और पुलिस हर जिले में ऐसे अपराधियों की पहचान कर रही है, जिनकी संपत्ति अपराध के पैसे से खड़ी की गई है.
1300 से ज्यादा अपराधी रडार पर
बिहार पुलिस ने अब तक 1300 से अधिक अपराधियों की सूची तैयार की है, जिनकी अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई होनी है. सबसे ज्यादा 82 प्रस्ताव राजधानी पटना से भेजे गए हैं. इसके अलावा गया (55), रोहतास (49), मोतिहारी (48), मुजफ्फरपुर (43), भागलपुर (43), और मधुबनी (42) जिलों से भी बड़ी संख्या में अपराधियों की पहचान की गई है.
किशनगंज और नवादा में सबसे पहले चला बुलडोज़र
इन प्रस्तावों में सबसे पहले किशनगंज और नवादा के अपराधियों पर कार्रवाई की गई है. किशनगंज के तीन कुख्यात अपराधी रहीमुद्दीन उर्फ हैबर, चांद हुसैन उर्फ चांद, और मो. कुर्बान की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है. वहीं नवादा के बालू माफिया अजय कुमार उर्फ दीपक की संपत्ति कुर्क की जा रही है. बालू के अवैध धंधे से कमाई गई करोड़ों की दौलत अब कानून के निशाने पर है.
अन्य जिलों में भी कार्रवाई तेज़
पटना और जहानाबाद से एक-एक, जबकि गया और मुजफ्फरपुर से दो-दो अपराधियों की संपत्तियों को कोर्ट के आदेश पर जब्त किया जा रहा है. यह कार्रवाई भी जल्द पूरी होने की संभावना है. एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने कहा कि, "जो भी अपराध करके संपत्ति जुटाते हैं, अब वे कानून से नहीं बच सकेंगे. अदालत के आदेश पर जब्ती की कार्रवाई सख्ती से की जा रही है."
ये भी पढ़ें: CM नीतीश कुमार ने बिहार के शिक्षकों को दी गुड न्यूज, अब ट्रांसफर के लिए चुन सकेंगे इतने जिले