Israel vs Iran: क्या इजरायल ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने की योजना बना रहा है? मिडिल ईस्ट क्वार्टरली पत्रिका में जल्द ही प्रकाशित होने वाले एक लेख में इस पर बड़ा दावा किया गया है. इस लेख के लेखक, कॉलिन विंस्टन, जो एक अनुभवी अमेरिकी खुफिया एजेंट और AIPAC के पूर्व शोध प्रमुख हैं, ने इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की योजना का खुलासा किया है.
सैन्य कार्रवाई करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं
विंस्टन ने अपने लेख में कहा है कि अब तक हिज्बुल्लाह और हमास इजरायल के लिए बहुत बड़ा खतरा नहीं हैं. ईरान और सीरिया के एयर डिफेंस सिस्टम पहले ही नष्ट हो चुके हैं और ईरान की मिसाइल क्षमता भी कमजोर पड़ी है. इसके बावजूद, ईरान अभी भी हथियार-ग्रेड यूरेनियम का उत्पादन कर रहा है और परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच चुका है. विंस्टन के मुताबिक, अब इजरायल और अमेरिका के पास ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है.
इस लेख में यह भी दावा किया गया है कि इजरायल और अमेरिका ने मिलकर इस सैन्य कार्रवाई की योजना बनाई है. खासतौर पर, डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान अमेरिका ईरान पर और दबाव बनाने के लिए तैयार है. अगर ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए तैयार नहीं होता, तो इजरायल और अमेरिका मिलकर हमले की योजना को अंजाम देंगे.
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने की आशंका
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान अब परमाणु बम बनाने के लिए आवश्यक यूरेनियम का उत्पादन करने के बहुत करीब है, और कुछ ही हफ्तों में ईरान इसे हासिल कर सकता है. इसके अलावा, इजरायल ने हाल ही में लेबनान के आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह के रॉकेट शस्त्रागार को नष्ट किया और ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को भी कमजोर किया है. इसके परिणामस्वरूप, इजरायल को अब ईरान के खिलाफ किसी भी हमले को आसान बनाने के लिए बेहतर स्थिति प्राप्त हो सकती है.
वर्तमान में, दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष की संभावना से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने की आशंका है. ऐसे में इजरायल और अमेरिका के द्वारा ईरान पर हमला किया जाना क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है.
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