अंडर गारमेंट्स में छिपाकर ला रहा था सोना, मुंबई एयरपोर्ट पर खुल गई पोल; तीन एयरपोर्ट स्टाफ भी गिरफ्तार

छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8.47 करोड़ रुपए मूल्य का 10 किलो सोना जब्त किया है. इस मामले में तीन एयरपोर्ट कर्मचारियों समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

Gold worth Rs 8.47 crore was being smuggled hidden in undergarments caught at Mumbai airport 5 arrested
प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8.47 करोड़ रुपए मूल्य का 10 किलो सोना जब्त किया है. इस मामले में तीन एयरपोर्ट कर्मचारियों समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

कपड़ों और कचरे में छिपाया गया था सोना

कस्टम विभाग के अनुसार, 13 से 15 मार्च के बीच यह बरामदगी की गई. गिरफ्तार एयरपोर्ट स्टाफ अपने अंडरगारमेंट्स में सोना छिपाकर एयरपोर्ट से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे. जांच के दौरान विभिन्न स्थानों से सोना बरामद किया गया.

अलग-अलग घटनाओं में मिली सोने की खेप

पहली जब्ती: एक कर्मचारी की पैंट की जेब से 6 कैप्सूल बरामद हुए, जिनमें 2.8 किलो 24 कैरेट सोने का पाउडर था. इसकी कीमत 2.27 करोड़ रुपए आंकी गई.

दूसरी जब्ती: दूसरे कर्मचारी के पास से 7 कैप्सूलों में छिपाया गया 2.9 किलो सोने का पाउडर बरामद हुआ, जिसकी कीमत 2.36 करोड़ रुपए बताई गई.

तीसरी जब्ती: तीसरे कर्मचारी ने अपने अंडर गारमेंट्स में 1.6 किलो सोने के पाउडर से भरे दो पाउच छिपा रखे थे, जिनकी कीमत 1.31 करोड़ रुपए है.

चौथी जब्ती: अधिकारियों ने प्लेन के टॉयलेट और पेंट्री के कचरा बैग की तलाशी ली, जिसमें काले रंग की दो थैलियों में 3.1 किलो सोने का पाउडर मिला, जिसकी कीमत 2.53 करोड़ रुपए आंकी गई.

मुंबई एयरपोर्ट पर पहले भी सामने आए सोना तस्करी के मामले

3 जनवरी: 4.84 करोड़ रुपए मूल्य का 6.05 किलो सोना जब्त किया गया था. इस दौरान एयरपोर्ट स्टाफ के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ था.

6 मार्च: दो विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 21.28 किलो सोना (18.92 करोड़ रुपए) बरामद किया गया था.

11 जून 2024: दो केन्याई महिलाओं को 32 किलो सोने के साथ पकड़ा गया था, जिसकी कीमत 19.15 करोड़ रुपए थी.

कस्टम विभाग मामले की विस्तृत जांच कर रहा है और यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि इस तस्करी के पीछे कौन सा बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है.

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