मध्य पूर्व में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं. ईरान और अमेरिका के बीच चल रहा तनाव अब खुली धमकियों तक पहुंच चुका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान देते हुए ईरान को सीधे तौर पर चेताया है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई की लोकेशन की पूरी जानकारी है और यदि वह चाहे तो उन्हें तुरंत निशाना बना सकता है, लेकिन अमेरिका आम नागरिकों और सैनिकों की जान लेना नहीं चाहता.
'अमेरिका से बेहतर कोई नहीं'
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि अब अमेरिका ने ईरानी हवाई क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित कर लिया है. उन्होंने दावा किया कि ईरान के पास चाहे जितनी भी एडवांस डिफेंस तकनीक हो, वह अमेरिकी टेक्नोलॉजी के सामने टिक नहीं सकती. उन्होंने कहा, “ईरान के स्काई ट्रैकर और डिफेंस सिस्टम अच्छे हो सकते हैं, लेकिन अमेरिका जो बनाता है, उसकी कोई तुलना नहीं है. अमेरिका से बेहतर कोई नहीं.”
इस बीच ईरान की नेशनल साइबरसिक्योरिटी कमांड का कहना है कि इजरायल ने उनके डिजिटल सिस्टम पर एक बड़ा साइबर हमला किया है. अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मानें तो अमेरिका अब इजरायल के साथ मिलकर ईरान के खिलाफ पूरी तरह से युद्ध में शामिल होने की तैयारी में है. अमेरिकी नौसेना के जहाज और एयरक्राफ्ट कैरियर पहले से ही ईरान के आसपास तैनात किए जा रहे हैं.
ईरान के खिलाफ हवाई हमले
वहीं, ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड ने दावा किया है कि उसने इजरायल पर 10वीं बार मिसाइल हमला किया है. इस बार निशाना बना वह सैन्य बेस, जहां से ईरान के खिलाफ हवाई हमले किए जा रहे थे. यह रणनीतिक हमला दर्शाता है कि अब ईरान केवल जवाबी कार्रवाई नहीं कर रहा, बल्कि वह उन स्थानों को भी टारगेट कर रहा है जो उसके अनुसार हमलों के पीछे हैं.
हालांकि, फिलहाल इस हमले से हुए नुकसान की स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन स्थिति गंभीर होती जा रही है. विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह संघर्ष एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध का रूप ले सकता है.
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