पाकिस्तान में युद्ध जैसे हालात, शहबाज की खत्म नहीं हो रही चाटुकारिता; तुर्की के खलीफा को लुभाने में लगे

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि भारत ने अभी तक पहलगाम हमले से जुड़े कोई ठोस सबूत पाकिस्तान के साथ साझा नहीं किए हैं.

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    शहबाज शरीफ | Photo: ANI

    पहाड़ी घाटियों से घिरी पहलगाम की खूबसूरत वादियां उस समय खून से लाल हो गईं जब हाल ही में एक भीषण आतंकी हमला हुआ. इस हमले के बाद भारत ने इसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात कही है, वहीं पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर ‘पल्ला झाड़ने’ की कोशिश की जा रही है.

    पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि भारत ने अभी तक पहलगाम हमले से जुड़े कोई ठोस सबूत पाकिस्तान के साथ साझा नहीं किए हैं. उनका दावा है कि भारत "झूठे तरीके" से इस घटना से पाकिस्तान को जोड़ने का प्रयास कर रहा है.

    तुर्की की भूमिका का स्वागत

    शहबाज शरीफ ने यह बयान तुर्की के राजदूत डॉ. इरफान नेज़िरोग्लू से प्रधानमंत्री हाउस में हुई एक मुलाकात के दौरान दिया. उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद के हर रूप की निंदा की है और इस घटना की निष्पक्ष व अंतरराष्ट्रीय जांच की पेशकश भी की है. शरीफ ने कहा, "हमने एक पारदर्शी और निष्पक्ष जांच के लिए तैयार रहने की बात कही थी, लेकिन भारत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी." उन्होंने तुर्की की भूमिका का स्वागत करने की भी बात कही.

    पाक पीएम का कहना है कि भारत की ओर से की जा रही 'उकसावे की कार्रवाइयों' के बावजूद पाकिस्तान ने संयम बरता है और संतुलित रवैया अपनाया है. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारी कीमत चुकाई है – 90,000 से अधिक नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जान गई और देश को 152 अरब डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ.

    एर्दोगन को शुभकामनाएं भेजीं

    इस मुलाकात के दौरान शहबाज शरीफ ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को शुभकामनाएं भेजीं और अंकारा में हुई पिछली मुलाकात को याद किया. उन्होंने दक्षिण एशिया की जटिल स्थिति में तुर्की के समर्थन की सराहना की और कहा कि क्षेत्र में शांति के लिए पड़ोसी देशों के बीच सहयोग अत्यंत आवश्यक है.

    वर्तमान में भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर तल्खी देखी जा रही है. पहलगाम हमला एक और ऐसी घटना बन गई है जिसने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है. ऐसे समय में पाकिस्तान की ओर से बार-बार सफाई देना यह दर्शाता है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने खुद को एक ज़िम्मेदार राष्ट्र के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है.

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