सियोल (दक्षिण कोरिया): उत्तर कोरिया ने अमेरिका के खिलाफ अपनी सबसे कठोर जवाबी रणनीति की घोषणा की है. योनहाप समाचार एजेंसी ने उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया केसीएनए का हवाला देते हुए रिपोर्ट दी है.
रविवार को केसीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस रणनीति को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति के अधिवेशन के दौरान तैयार किया गया, जो उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन के नेतृत्व में सोमवार से शुक्रवार तक चला.
बैठक में क्या हुआ?
बैठक के दौरान उत्तर कोरियाई नेता ने सियोल, वाशिंगटन और टोक्यो के बीच सैन्य सहयोग को एक परमाणु सैन्य ब्लॉक में विस्तारित करने का आरोप लगाया और कहा कि दक्षिण कोरिया अमेरिका की एक पूरी तरह से कम्युनिस्ट विरोधी चौकी बन गया है. किम ने देश की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का भी आदेश दिया.
योनहाप ने केसीएनए रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "किम जोंग उन ने अमेरिका और उसके जागीरदार बल के लगातार बढ़ते सैन्य उकसावे से निपटने के लिए आत्मरक्षा को और अधिक मजबूती से सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक और सामरिक नीतियों को स्पष्ट किया."
दिसंबर 2023 में युद्ध की तैयारियां तेज करने का निर्देश
दिसंबर 2023 में उत्तर कोरियाई नेता ने सेना को, जिसमें उसका परमाणु कार्यक्रम भी शामिल है, अमेरिका के उकसावे वाले कदमों के जवाब में युद्ध की तैयारियों को तेज करने का निर्देश दिया था.
उस समय केसीएनए ने रिपोर्ट की थी, "उत्तर कोरियाई नेता ने देश की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक में युद्ध की तैयारियों को और तेज करने के लिए पीपुल्स आर्मी और युद्ध सामग्री उद्योग, परमाणु हथियार और नागरिक सुरक्षा क्षेत्रों के लिए कार्य निर्धारित किए."
किम ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच 'अभूतपूर्व' टकराव के परिणामस्वरूप कोरियाई प्रायद्वीप पर 'सैन्य स्थिति' 'चरम' हो गई है.
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