चरखी दादरी में माइनिंग कंपनी पर IT विभाग की तीन दिन तक चली रेड, कुछ दस्तावेज जब्त, कुछ सील

    हार्ड कॉपी और कंप्यूटर डेटा की भी बारीकी से जांच की गई. टीम ने कई हार्ड डिस्क और अन्य अहम दस्तावेज कब्जे में ले लिए. कंपनी कार्यालय के एक कमरे को सील कर वहां नोटिस चस्पा कर दिया.

    चरखी दादरी में माइनिंग कंपनी पर IT विभाग की तीन दिन तक चली रेड, कुछ दस्तावेज जब्त, कुछ सील
    इनकम टैक्स विभाग की प्रतीकात्मक तस्वीर.

    चरखी दादरी : चरखी दादरी जिले के अटेला कलां माइनिंग क्षेत्र में आयकर विभाग की रेड शुक्रवार को पूरी हो गई. तीन दिन तक चली इस छापेमारी में विभाग की टीम ने माइनिंग कंपनी के कार्यालयों में रिकॉर्ड खंगालकर कई दस्तावेज जब्त किए, जबकि कुछ को कार्यालय में ही एक कमरे में रखकर सील कर दिया.

    तीन दिन तक चली जांच, हार्ड डिस्क और कागजात जब्त

    सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग की 22 सदस्यीय टीम डिप्टी डायरेक्टर विकास जाखड़ की अगुआई में मंगलवार को चरखी दादरी पहुंची थी. इस दौरान—

    माइनिंग कंपनी के कार्यालयों में रिकॉर्ड की गहन जांच की गई.

    हार्ड कॉपी और कंप्यूटर डेटा की भी बारीकी से जांच की गई. टीम ने कई हार्ड डिस्क और अन्य अहम दस्तावेज कब्जे में ले लिए. कंपनी कार्यालय के एक कमरे को सील कर वहां नोटिस चस्पा कर दिया.

    रेड पूरी होने के बाद टीम शुक्रवार रात को वापस लौट गई.

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    गांव तक पहुंची थी टीम, सीआरपीएफ तैनात

    रेड के दौरान सीआरपीएफ के जवान तैनात रहे और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई.

    इसके अलावा, आयकर विभाग की टीम माइनिंग कंपनी के संचालक सोनू पहल के चरखी दादरी स्थित एमसी कॉलोनी के मकान और दातौली गांव में उनके एक नजदीकी के घर भी पहुंची थी. हालांकि, सुरक्षा कारणों से अंदर क्या चल रहा था, इसकी ज्यादा जानकारी बाहर नहीं आ सकी.

    रेड के बाद खनन कार्य दोबारा शुरू, डंपर चालकों को राहत

    मंगलवार को रेड शुरू होने के बाद खनन कार्य पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, जिससे कई डंपर फंस गए थे.

    गुरुवार को खाली डंपरों को बाहर निकालने की अनुमति दी गई. शुक्रवार को रेड खत्म होने के बाद खनन कार्य दोबारा शुरू कर दिया गया. डंपर चालकों और मालिकों ने राहत की सांस ली.

    कंपनी के संचालक और मालिक कौन?

    सूत्रों के मुताबिक, जिस एमएसकेजेवी माइनिंग कंपनी के कार्यालयों पर रेड की गई, उसे सोनू और मोनू पहल ब्रदर्स संचालित करते हैं.

    ये दोनों दादरी क्षेत्र के प्रसिद्ध ठेकेदार स्वर्गीय जगदीश पहल के बेटे हैं.

    कंपनी में इनके अलावा तीन अन्य लोग भी 25-25 प्रतिशत के बराबर हिस्सेदार हैं.

    क्या रहेगा आगे?

    सील किए गए कमरे में मौजूद दस्तावेजों की आगे जांच होगी.
    यदि कर चोरी या अन्य वित्तीय अनियमितताओं के प्रमाण मिले तो कंपनी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है.
    फिलहाल, आयकर विभाग की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
    चरखी दादरी के माइनिंग सेक्टर में हुई इस बड़ी कार्रवाई पर अब सभी की नजरें टिकी हुई हैं.

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