पटना (बिहार) : शिक्षक और यूट्यूबर फैजल खान उर्फ खान सर ने शुक्रवार को बिहार के पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के एस्पिरेंट्स (अभ्यर्थियों) से मुलाकात की और उनसे शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने की अपील की.
उन्होंने एस्पिरेंट्स को संबोधित करते हुए कहा, "हर कोई दोबारा परीक्षा चाहता है." वे भी प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हुए और उन्होंने BPSC के खिलाफ नारे लगाए.
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बीपीएससी परीक्षा पर खान ने किया कटाक्ष
BPSC पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, "पहले देश की जीडीपी गिरी, फिर बिहार में पुल गिरा, फिर BPSC गिर गया."
BPSC के उम्मीदवार परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना में आयोग के कार्यालय के बाहर एकत्र हुए थे. 13 दिसंबर को शुरू हुए विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा के दौरान अनियमितताओं के आरोपों के बाद हुई थी.
अभ्यर्थियों ने दावा किया है कि प्रश्न पत्र लीक हो गया था और इसको बांटने में देरी हुई थी. कई उम्मीदवारों ने यह भी बताया कि उन्हें प्रश्नपत्र लगभग 1 घंटे देरी से मिला, जबकि अन्य ने दावा किया कि उत्तर पुस्तिकाएं फाड़ दी गईं, जिससे संभावित लीक की आशंकाएँ बढ़ गईं.
लालू प्रसाद ने लाठी चार्ज को बताया गलत
राज्य में विरोध प्रदर्शनों पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई है, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने कहा कि पुलिस को प्रदर्शनकारी छात्रों पर "लाठीचार्ज" नहीं करना चाहिए था और कहा कि जो किया गया वह गलत था.
लालू यादव ने कहा, "उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. यह गलत है..."
हालांकि, पुलिस विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि "हल्का बल" प्रयोग किया गया था और प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों को किसी भी तरह की चोट से इनकार किया.
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समर्थन में प्रशांत किशोर भी उतरे, दिया अल्टीमेटम
इससे पहले, गुरुवार को, जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार को एक "अल्टीमेटम" दिया, जिसमें मांग की गई कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के उम्मीदवारों का मुद्दा तीन दिनों के भीतर हल किया जाए या वह खुद विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे.
पटना के गर्दनीबाग में छात्रों से बात करते हुए किशोर ने छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की और एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार से दो बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया.
मृतक छात्र के लिए मुआवजा मांगा, 3 दिन का वक्त दिया
किशोर ने मांग की, "सरकार को छात्र प्रतिनिधियों से मिलना चाहिए और उनकी दोबारा परीक्षा की मांग पर विचार करना चाहिए. कल एक छात्र ने आत्महत्या कर ली, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को मृतक के परिवार के लिए बिना देरी किए 10,00,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए."
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सरकार को उनका "अल्टीमेटम" है, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तीन दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे खड़े होंगे.
किशोर ने कहा, "यह सरकार को मेरा अल्टीमेटम है: अगर तीन दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ और छात्र आगे विरोध करने का फैसला करते हैं, तो मैं सबसे आगे रहूंगा."
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