J&K में 3 चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव- आखिरी चरण हरियाणा विधानसभा चुनाव के साथ 1 अक्टूबर को, नतीजे 4 अक्टूबर को

    भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे. नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.

    J&K में 3 चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव- आखिरी चरण हरियाणा विधानसभा के साथ 1 अक्टूबर को होगा, नतीजे 4 अक्टूबर को
    भारतीय चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया/Photo- ECI

    नई दिल्ली : भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण का चुनाव 18 सितंबर को, दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर और तीसरे व आखिरी चरण का चुनाव 1 अक्टूबर को होगा. इसी के साथ यहां के आखिरी चरण के चुनाव के साथ 1 अक्टूबर हरियाणा विधानसभा के चुनाव भी होंगे. नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.

    जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव होंगे. 18 सितंबर को चुनाव होंगे. दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर को होगा और आखिरी चरण का चुनाव 1 अक्टूबर को होगा. 4 अक्टूबर को काउंटिंग होगीं. 

    मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार विधानसभा आम चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये घोषणा की. 

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "...2024 के लोकसभा चुनाव विश्व स्तर पर सबसे बड़ी चुनाव प्रक्रिया थी. यह सफलतापूर्वक और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. इसने पूरे लोकतांत्रिक विश्व के लिए एक बहुत मजबूत लोकतांत्रिक धरातल तैयार किया, यह बिना किसी हिंसा के शांतिपूर्ण रहा और पूरे देश ने चुनाव का उत्सव मनाया. हमने कई रिकॉर्ड भी बनाए. पहली बार दुनिया में सबसे ज्यादा मतदान हुआ..."

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    राजीव कुमार ने कहा, "हमने हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया और इन जगहों पर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया. लोगों में जबर्दस्त उत्साह देखा गया. वे चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहते थे. लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं...लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर में मतदान केंद्रों पर लगी लंबी कतारें इस बात का सबूत हैं कि लोग न केवल बदलाव चाहते हैं, बल्कि उस बदलाव का हिस्सा बनकर अपनी आवाज भी बुलंद करना चाहते हैं. उम्मीद और लोकतंत्र की यह झलक दिखाती है कि लोग तस्वीर बदलना चाहते हैं. वे अपनी किस्मत खुद लिखना चाहते हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकसभा चुनाव में बुलेट के बजाय बैलेट को चुना..."

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज दिल्ली में  कहा, "कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, 9 एसटी और 7 एससी हैं. जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता हैं. इनमें 44.46 लाख पुरुष, 42.62 महिलाएं, 169 ट्रांसजेंडर, 82,590 दिव्यांग, 73943 अति वरिष्ठ नागरिक, 2660 शतायु, 76092 सेवा मतदाता और 3.71 लाख पहली बार मतदाता हैं."

    कुमार ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के दौरान लोग चुनाव में भाग लेने के लिए वहां मौजूद थे. लंबी कतारें और उनके चेहरों पर चमक इस बात का प्रमाण थी...पूरे चुनाव में राजनीतिक भागीदारी खूब रही...हम चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की परतें मजबूत हों..."

    मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि J&K ने आम चुनाव 2024 में लोकतंत्र के आह्वान पर असाधारण प्रतिक्रिया दिखाई थी, जिसमें 3 दशक का सबसे अधिक वोटर टर्नआउट 58.58% रहा. सबसे अधिक उत्साह जगाने वाला नजारा युवा, वृद्ध, महिला मतदाताओं की लंबी कतारों का था, जो अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे थे.

    आयोग के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के दौरान कश्मीर घाटी में 51.06% वोटरों के साथ ऐतिहासिक भागीदारी देखी गई. हिंसा को खारिज करते हुए, कश्मीरियों ने बुलेट (गोली) की जगह बैलट के लिए मतदान किया.

    वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी प्रवासी मतदाताओं की सुविधा के लिए 26 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. ECI ने नामांकन और मतदान प्रक्रिया को सरल बनाकर कश्मीरी प्रवासियों को मतदान में आसानी प्रदान की है.

    J&K में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कुल 11,800 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं. प्रति मतदान केंद्र औसत मतदाता 735 हैं.

    ECI हर मतदाता तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास करता है, चाहे वह किसी भी इलाके में हो या अन्य किसी भी तरह की कठिनाइयों से जूझ रहा हो.

    जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों के लिए नामांकन की तारीख

    केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की तिथि 27 अगस्त होगी, दूसरे चरण के लिए नामांकन की तारीख 5 सितंबर और तीसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 12 सितंबर होगी.

    वहीं इससे पहले 14 अगस्त को चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ बैठक की थी.

    कुमार ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और बिना किसी लालच के चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों, डीएम और एसपी को निर्देश दिए गए हैं.

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    सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर तक चुनाव पूरा कराने का दिया था निर्देश

    इससे पहले पिछले साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में लंबित चुनाव कराने को लेकर केंद्र सरकार को निर्देश दिया था. 30 सितंबर, 2024 तक यहां चुनाव प्रक्रिया समाप्त करने का निर्देश दिया था.

    इस बार जम्मू और कश्मीर में 10 साल के अंतराल के बाद चुनाव होंगे क्योंकि आखिरी विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे. पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार जून 2018 में गिर गई थी क्योंकि भाजपा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से समर्थन वापस ले लिया था.

    राज्य के लोग बदलाव चाहते हैं

    चुनाव आयोग के मुताबिक आशावाद और उम्मीद की लहर निराशा और उदासीनता को दूर भगाती है. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का व्यापक मूल्यांकन किया गया है, ताकि लोग भय या धमकी से मुक्त माहौल में मतदान कर सकें.

    2024 के चुनाव में हुआ था 25 फीसदी ज्यादा मतदान

    चुनाव आयोग ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 में मतदाताओं और उम्मीदवारों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई थी. 2019 की तुलना में 25% अधिक उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे.

    जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की नींव मजबूत की जा रही है. हमें जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं को अनुकूल माहौल प्रदान करने का भरोसा है.

    J&K में 90 सीटों पर मतदान के लिए 87 लाख से ज्यादा मतदाता

    लोकसभा चुनाव में J&K के लोगों द्वारा दिखाए गए उत्साह की वजह से हम राज्य की 90 सीटों के लिए चुनाव कराने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.

    आगामी विधानसभा चुनावों में जम्मू-कश्मीर के 87.09 लाख वोटर्स मतदान करेंगे. इनमें महिलाएं, दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों और पहली बार मतदान करने वालों सहित मतदाताओं की लिस्ट है. 20 अगस्त, 2024 को अंतिम मतदाता सूची की तारीख होगी. जम्मू-कश्मीर में इस समय एप्पल का सीजन है. उत्सव है. यह चुनाव के साथ संयोग है.

    उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी चुनाव कराएं जाएंगे. यह खिलाड़ियों की धरती है. इस दौरान सूरज कुंड का मेला भी है. 

    वहीं जैसा कि कहा जा रहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं की गई, इसके तारीखों का ऐलान बाद में होगा. 

    वहीं इससे पहले शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव आयोग (EC) को आज ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा कर देनी चाहिए और महाराष्ट्र विकास अघाड़ी मिलकर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है.

    चुनाव आयोग आज 3 बजे करेगा घोषणा, महाराष्ट्र के लिए घोषणा की उम्मीद नहीं

    गौरतलब है कि चुनाव आयोग शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा. हालांकि, चुनाव आयोग द्वारा आज महाराष्ट्र के लिए कार्यक्रम की घोषणा करने की उम्मीद नहीं है. हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने हैं.

    इस साल के अंत में महाराष्ट्र में भी चुनाव होने हैं

    सूत्रों का कहना है कि चुनाव निकाय आज हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए कार्यक्रम की घोषणा करेगा. कार्यक्रम में नामांकन दाखिल करने, मतदान और परिणामों की घोषणा की तारीखें शामिल होंगी. 14 अगस्त को चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ बैठक की.

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में पार्टियों ने एक और अनुरोध किया था कि उनके जो उम्मीदवार हैं, और पार्टी के पदाधिकारी हैं उन सभी को बराबर सुरक्षा मिले ऐसा ना हो किसी को कम सुरक्षा मिले. हमने इसे लेकर दिशा निर्देश दे दिए हैं कि सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा मिले."

    महाराष्ट्र चुनाव तारीखों के ऐलान न होने के पीछे बताई ये वजह

    महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे. उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन इस बार इस साल 4 चुनाव हैं और इसके तुरंत बाद 5वां चुनाव है, जिसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली शामिल हैं.

    सुरक्षा बलों की आवश्यकता के आधार पर हमने 2 चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है...दूसरा फैक्टर यह है कि महाराष्ट्र में भारी बारिश हुई और कई त्यौहार भी आने वाले हैं..."

    हरियाणा में कुल 90 सीटें, 4.52 लाख पहली बार वोट देने वाले लोग

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कहना है, "हरियाणा में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 73 सामान्य, एससी-17 और एसटी-0 हैं. हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता होंगे, जिनमें से 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिलाएं, 4.52 लाख पहली बार वोट देने वाले लोग हैं और 40.95 लाख युवा मतदाता हैं. हरियाणा की मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को प्रकाशित की जाएगी..."

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