हरियाणा में 1 अक्टूबर को 90 सीटों पर होंगे विधानसभा चुनाव, 4 अक्टूबर को वोटों की गिनती

    भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 1 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव होगा और नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.

    Assembly elections will be held in Haryana on October 1 counting on October 4
    हरियाणा में 1 अक्टूबर को होंगे विधानसभा चुनाव, 4 अक्टूबर को Photo- ECI

    नई दिल्ली : भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. 1 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा के चुनाव होंगे. नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार विधानसभा आम चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ये घोषणा की. 

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "...2024 के लोकसभा चुनाव विश्व स्तर पर सबसे बड़ी चुनाव प्रक्रिया थी. यह सफलतापूर्वक और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. इसने पूरे लोकतांत्रिक विश्व के लिए एक बहुत मजबूत लोकतांत्रिक धरातल तैयार किया, यह बिना किसी हिंसा के शांतिपूर्ण रहा और पूरे देश ने चुनाव का उत्सव मनाया. हमने कई रिकॉर्ड भी बनाए. पहली बार दुनिया में सबसे ज्यादा मतदान हुआ..."

    हरियाणा में 90 सीटों पर होंगे चुनाव, 2 करोड़  से अधिक वोटर्स

    चुनाव आयोग ने बताया कि विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है. राज्य में कुल 90 सीटें हैं और ये सीटें 22 जिलों में हैं.

    हरियाणा में विधानसभा चुनाव केवल एक चरण में

    राष्ट्रीय राजधानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजीव कुमार ने कहा, "हरियाणा विधानसभा चुनाव एक ही चरण में होंगे. यहां 1 अक्टूबर को मतदान होगा. मतगणना 4 अक्टूबर को होगी."

    मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, "हरियाणा में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 73 सामान्य, एससी-17 और एसटी-0 हैं. हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता होंगे, जिनमें से 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिलाएं, 4.52 लाख पहली बार मतदाता और 40.95 लाख युवा मतदाता हैं.

    हरियाणा के मतदाता सूची 27 अगस्त को आएगी सामने

    हरियाणा की मतदाता सूची 27 अगस्त, 2024 को प्रकाशित की जाएगी. हरियाणा में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर होगी. नामांकन की जांच की तिथि 13 सितंबर है. नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 16 सितंबर होगी.

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    बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने चुनाव की तारीखों का किया स्वागत

    चुनावों की घोषणा के तुरंत बाद भाजपा नेता अनिल विज ने कहा, "यह अच्छी बात है कि हरियाणा में 1 अक्टूबर को चुनाव होंगे. हमारी पार्टी और कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं..."

    हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है. हुड्डा ने कहा, "कांग्रेस तैयार है और सभी वर्गों के लोगों ने कांग्रेस को सत्ता में लाने का फैसला किया है."

    हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने कहा, "हम इसका स्वागत करते हैं और कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएगी..."

    उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा कर इन जगहों पर चुनाव तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा, "हमने हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा कर इन जगहों पर चुनाव तैयारियों का जायजा लिया. लोगों में काफी उत्साह देखा गया. वे चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना चाहते थे. लोग चाहते हैं कि वहां जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं.

    हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त होगा और राज्य में 90 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे. 2019 के चुनावों के बाद, 90 सदस्यीय विधानसभा में 40 सीटों के साथ भाजपा ने जेजेपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई. जेजेपी ने 10 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने 31 सीटें जीती थीं. इस साल की शुरुआत में भाजपा-जेजेपी गठबंधन टूट गया था. 2024 में हरियाणा में भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होने की संभावना है.

    चुना आयुक्त के मुताबिक ECI यह सुनिश्चित करने के अपने संकल्प पर अडिग है कि चुनाव उत्सव के माहौल में हों और मतदाताओं के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों. हम सभी मतदाताओं से आग्रह करते हैं कि वे बाहर निकलें और लोकतांत्रिक उत्सव में हिस्सा लें.

    उन्होंने कहा कि समावेशी और सुलभ चुनावों के लिए आबादी के विभिन्न वर्गों के बीच मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए, 85 वर्ष या उससे अधिक आयु के मतदाता और दिव्यांग मतदाता फॉर्म12डी भरकर वैकल्पिक होमवोटिंग सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. दिव्यांग मतदाता सक्षमऐप का उपयोग करके पिक अप और ड्रॉप सुविधा का विकल्प भी चुन सकते हैं.

    चुनाव में किसी अवैध गतिविधि पर रोक के कदम

    चुनाव में मतदाताओं कोई लालच न दी जा सके इसके लिए राजीव कुमार ने बताया कि प्रवर्तन एजेंसियां चुनावों में लालच देने की भूमिका को समाप्त करने के लिए समन्वित तरीके से काम कर रही हैं. और LevelPlayingField (बराबरी के साथ चुनाव लड़ने की स्थिति) सुनिश्चित कर रही हैं.

    डीईओ/एसपी को विशेष निर्देश दिए गए हैं. जिसमें इस तरह के कदम शामिल हैं-

    -समान अवसर सुनिश्चित करना.
    -अवैध गतिविधियों के खिलाफ तत्काल और निर्णायक कार्रवाई.
    -फर्जी खबरों और झूठे आख्यानों पर तत्काल प्रतिक्रिया. 

    यहां चुनाव प्रचार का समय कम है क्योंकि 1 ही चरण में मतदान है और मौसम भी अनुकूल है. जबकि वहीं जम्मू-कश्मीर में चुनाव 3 चरणों में चुनाव होंगे. इससे उम्मीदवारों को प्रचार के लिए ज्यादा मौके मिलेंगे.

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