पलामू (झारखंड) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को 'मुस्लिम आरक्षण' के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि जब तक इस देश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) है, तब तक अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलेगा.
शाह ने कहा कि कांग्रेस ओबीसी, दलितों और आदिवासियों के आरक्षण की सीमा घटाकर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है.
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उलेमा की आरक्षण की मांग लेकर कांग्रेस को निशाने पर लिया
झारखंड के पैलामू में अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस आरक्षण की बात करती है, लेकिन हमारे संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का कोई प्रावधान नहीं है. महाराष्ट्र में कुछ 'उलेमा' के एक समूह ने मुसलमानों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के बारे में उन्हें ज्ञापन सौंपा और कांग्रेस के राज्य प्रमुख ने कहा कि वे इसमें उनकी मदद करेंगे... कांग्रेस ओबीसी, दलितों और आदिवासियों के आरक्षण की सीमा घटाकर मुसलमानों को 10 प्रतिशत आरक्षण देना चाहती है. मैं राहुल गांधी को चेतावनी देना चाहता हूं कि जब तक इस देश में भाजपा है, अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलेगा. ओबीसी, दलितों और आदिवासियों को आरक्षण बाबा साहेब अंबेडकर ने दिया है और आप इसका अपमान नहीं कर सकते."
कांग्रेस को "ओबीसी विरोधी" पार्टी बताते हुए शाह ने कहा कि जब भी वे सत्ता में आए हैं, उन्होंने ओबीसी समुदाय के साथ अन्याय किया है, चाहे वह काका कालेलकर समिति की रिपोर्ट को लागू करने की बात हो या मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की.
शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि जब वे सत्ता में आए तो उन्होंने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण दिया और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) का गठन किया. कांग्रेस ओबीसी विरोधी पार्टी है. जब भी वे सत्ता में आए, उन्होंने ओबीसी के साथ अन्याय किया. 1950 में काका कालेलकर समिति बनी, लेकिन उसकी रिपोर्ट गायब हो गई.
जब ओबीसी को आरक्षण देने के लिए मंडल आयोग आया, तो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने इसके लागू होने का विरोध किया. केंद्रीय संस्थानों में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देने में उन्हें सालों लग गए. 2014 में जब जनता ने मोदी सरकार को चुना, तो उन्होंने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण लागू किया. उन्होंने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) का गठन किया और इसे संवैधानिक स्थान दिया.
बीजेपी सरकार लाने की अपील की, विपक्षी पार्टियों को बताया भ्रष्टाचारी
अमित शाह ने कहा, "हम यहां राज्य में भाजपा की सरकार लाने की अपील करने आए हैं, क्योंकि मौजूदा राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. झामुमो, कांग्रेस और राजद की सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है. क्या किसी ने कभी 300 करोड़ रुपये एक साथ देखे हैं? कांग्रेस के एक सांसद के घर से 300 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए. पैसे गिनने के लिए करीब 27 मशीनें लाई गईं, लेकिन इतनी बड़ी रकम गिनने के बाद वे मशीनें थक गईं."
उन्होंने कहा, "आलमगीर आलम राज्य सरकार में मंत्री थे. यहां तक कि उनके पीए के घर से 30 करोड़ रुपये जब्त किए गए, लेकिन न तो हेमंत सोरेन और न ही कांग्रेस ने उनका कुछ किया. यह पैसा आपका है, यह झारखंड के युवाओं और गरीबों का है, जिसे ये कांग्रेसी खा गए. अगर आप राज्य में भाजपा की सरकार बनाते हैं, तो हम भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे डाल देंगे."
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी.
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