वाशिंगटन डीसी (यूएस): अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि केवल टैरिफ ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ठीक कर सकता है और उनके कर्ज का भुगतान करने में मदद कर सकता है. ट्रंप ने कहा कि टैरिफ ने देश में धन पैदा किया और फिर वे आयकर में बदल गए.
एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "टैरिफ और टैरिफ ने ही हमारे देश के लिए इतनी बड़ी संपत्ति बनाई है. फिर हमने इनकम टैक्स की ओर रुख किया. हम इस काल में जितने धनवान थे, उतने कभी नहीं थे. टैरिफ हमारा कर्ज़ चुका देंगे और अमेरिका को फिर से अमीर बना देंगे!"
ब्रिक्स देशों को 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी
ट्रंप पहले भी कई बार टैरिफ को लेकर धमकी दे चुके हैं. ट्रंप ने 1 दिसंबर को भारत सहित ब्रिक्स देशों को 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी और इन देशों से अमेरिकी डॉलर के स्थान पर नई मुद्रा बनाने या किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करने से परहेज करने की स्पष्ट प्रतिबद्धता का आह्वान किया था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स देशों द्वारा डॉलर से दूर जाने की कोशिश करने का विचार, जबकि अमेरिका खड़ा होकर देखता रहा, खत्म हो गया है.
यूएसडी बदलने वाला अमेरिकी बाजार तक पहुंच खो देगा
उन्होंने आगे चेतावनी दी कि यूएसडी को बदलने का प्रयास करने वाला कोई भी देश अमेरिकी बाजार तक पहुंच खो देगा, उन्होंने कहा कि अगर ऐसे देशों ने इस तरह की कार्रवाई की तो उन्हें एक और मूर्ख ढूंढने की आवश्यकता होगी.
ट्रंप ने कहा, "यह विचार कि ब्रिक्स देश डॉलर से दूर जाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि हम खड़े होकर देखते रहते हैं, अब खत्म हो गया है. हमें इन देशों से एक प्रतिबद्धता की आवश्यकता है कि वे न तो एक नई ब्रिक्स मुद्रा बनाएंगे, न ही शक्तिशाली अमेरिकी डॉलर की जगह लेने के लिए किसी अन्य मुद्रा का समर्थन करेंगे, अन्यथा उन्हें 100 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ेगा, और उन्हें अद्भुत अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बेचने के लिए अलविदा कहने की उम्मीद करनी चाहिए. वे एक और मूर्ख ढूंढने जा सकते हैं!"
कोई संभावना नहीं है कि कोई यूएसडी की जगह लेगा
उन्होंने कहा, "इस बात की कोई संभावना नहीं है कि ब्रिक्स अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा और जो भी देश ऐसा करने की कोशिश करेगा उसे अमेरिका को अलविदा कह देना चाहिए."
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प का यह बयान अक्टूबर में कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा ब्रिक्स देशों के लिए एक नया निवेश मंच बनाने के प्रस्ताव के बाद आया है. यह विकास अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक कदम का संकेत दे सकता है.
ये भी पढ़ें- महाकुंभ 2025 का उत्सव शुरू, संगम पर की गई सुबह की गंगा आरती, अधिकारियों ने दिया तैयारियों का अपडेट