केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का शिवसेना UBT को लेकर बड़ा बयान, उद्धव ठाकरे ने BJP के पीठ में छुरा घोंपा

    केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के दिग्गज नेता पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने शिवसेना (यूबीटी) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बीजेपी (BJP) के पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है.

    Piyush Goyal on Shiv Sena/ ANI
    Piyush Goyal on Shiv Sena/ ANI

    Piyush Goyal on Shiv Sena

    मुंबई: नवंबर 2019 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से नाता तोड़ने के लिए शिव सेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि एकजुट शिवसेना में लोग महसूस करते हैं कि उनके साथ "अन्याय" किया जा रहा था और उन्होंने अपनी पार्टी की गरिमा और पहचान की रक्षा के लिए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख से अलग होने का फैसला किया.

    समाचार एजेंसी ANI के साथ एक इंटरव्यू में, पीयूष गोयल ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फड़नवीस की पीठ में छुरा घोंपा. उन्होंने आगे कहा, "शिवसेना में विश्वास करने वाले लोगों को लगता है कि उनके साथ अन्याय हुआ है. पीएम मोदी और देवेन्द्र फड़णवीस के साथ भी अन्याय हुआ है. आखिर वह कौन व्यक्ति है जिसने पीएम मोदी या फड़णवीस की पीठ में छुरा घोंपा? उद्धव ठाकरे, जिन्होंने विश्वासघात किया, सिर्फ मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा को पूरा करने ने के लिए भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा, इसका एहसास शिव सेना को हुआ और उन्होंने उन्हें बाहर रखने और शिव सेना की गरिमा और पहचान बनाए रखने का फैसला किया.'' 

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    2019 का लोकसभा और विधानसभा बीजेपी नेता के चेहरे पर लड़ा गया 

    क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व को खराब करने के लिए भाजपा पर लगाए गए आरोपों के बारे में पूछे जाने पर, गोयल ने कहा कि यह महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे थे जिन्होंने शिवसेना के हर सिद्धांत को तोड़ने का फैसला किया था. उन्होंने कहा "हमने इसमें क्या किया है? उद्धव ठाकरे जी ने 2019 का लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के नाम पर और 2019 का विधानसभा चुनाव देवेंद्र फड़नवीस के नाम पर लड़ा, इतने सारे मंचों और मंचों पर जहां उद्धव ठाकरे भी थे, यह कहा गया कि देवेंद्र फड़णवीस हमारे मुख्यमंत्री होंगे. 2019 विधानसभा में पूरी कहानी मुख्यमंत्री के रूप में देवेन्द्र फड़नवीस के इर्द-गिर्द थी, लेकिन मुख्यमंत्री बनने की उनकी एक छोटी सी इच्छा थी, और वह मुख्यमंत्री के रूप में अपना नाम चाहते थे. शिवसेना के हर सिद्धांत को तोड़ने का फैसला किया.”

    कांग्रेस के साथ जाने के सख्त खिलाफ थे बालासाहेब 

    बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने आगे कहा,"आखिरकार, बालासाहेब ठाकरे ने हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना की स्थापना की थी. उन्होंने अक्सर कहा था कि वह कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के बजाय अपनी पार्टी को बंद करना पसंद करेंगे. मेरा मतलब है, उद्धव ठाकरे को आज राहुल गांधी के गोद में बैठे देखना काफी चौंकाने वाला है.”

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