The JC Show: PM Modi और पुतिन की दोस्ती जैसे तेरे जैसा यार कहाँ, आखिर क्या हैं इसके मायने?

    आज के शो में भारत और रूस के दोस्ती की कहानी जो लम्बे वक्त से चली आ रही है इस संबंध पर बात हुई भारत 24 के सीईओ और एडिटर एंड चीफ डॉ जगदीश चंद्र से जिन्होंने खुलकर सभी सवालों के जवाब दिए.

    The JC Show Where is PM Modi and Putins friendship like your friend what is its meaning
    The JC Show: PM Modi और पुतिन की दोस्ती जैसे तेरे जैसा यार कहाँ, आखिर क्या हैं इसके मायने?

    नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तिसरे कार्यकाल में पहली बार रूस के दौरे पर गए थे. वहां उनका भव्य स्वागत किया गया. भारत और रूस के दोस्ती की कहानी जो लम्बे वक्त से चली आ रही है. रूस दौरे से भारत और रूस के दोस्ती की जो तस्वीरें आईं वो पूरे पश्चिमी देशों को ये बताने के लिए काफी थी कि भारत और रूस की दोस्ती कितनी गहरी है. 

    आज के शो में इस संबंध पर बात हुई भारत 24 के सीईओ और एडिटर एंड चीफ डॉ जगदीश चंद्र से जिन्होंने खुलकर सभी सवालों के जवाब दिए.

    सवाल- पहला सवाल हमारे आज के शो के नाम पर कि 'तेरे जौसा यार कहां' इसका मतलब क्या है?

    JC सर का जवाब- प्रधानमंत्री मोदी के रूस यात्रा से राष्ट्रपति पुतिन गदगद हैं. मोदी के प्रति उनके मन में एक इज्जत है. पुतिन जानते हैं कि आज वो संसार में आइसोलेटेड़ हैं. अमेरिका के ड़र और दबाव के कारण कोई उनके पास जाना नही चाहता, ऐसे समय में उनका पुराना दोस्त नरेंद्र मोदी भारत से पांच हजार किलोमीटर दूर मॉस्को जाता है, उनहें बाहों में भर लेता है, तो निश्चय ही पुतिन के मन से एक ही भाव निकला होगा कि 'तेरे जौसा यार कहां'.

    पुतिन रेड़ कार्पेट बिछाते हैं, अपनी कार उनको घुमाते हैं, घोड़ों का फॉर्म दिखाते हैं, डिनर कराते हैं और घंटों तक बातें खत्म नही होती हैं. 4 घंटे के बात के बाद भी पुतिन का मन नही भरता तो गेट तक छोड़ने आते हैं उस समय निश्चित तौर पर उनके मन में आया होगा- 'अभी न जाओ छाड़ के'.

    सवाल- तिसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने रूस का दौरा करना सबसे पहले चुना ऐसा क्यों?

    जवाब- It's Wisdom, vision and piolitical judgement of Narendra Modi. दो बड़े लोगों ने इसके बारे में कमेंट किए. एक ने कहा, It's fine strategic autonomy on the part of Modi and Putin. दुसरे ने कहा, This visit indicates consolidation of indian ties with russia irrespect of geographical constraints. तो उन्होंने सोचा होगा अपना दिमाग लगाया होगा तब उन्होंने फैसला किया होगा कि इस बार मै शुरूआत यहां से करुंगा. 

    सवाल- मोदी और पुतिन की पहली बार मुलाकात कब हुई?

    जवाब- ऐसा सुना है मैने कि जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे 2001 में तो 6 नवंबर 2001 को अटल विहारी जी प्रधानमंत्री थे वहां उनकी पुतिन से पहली बार मुलाकात हुई और उसके बाद दोस्ती गहरी होती गई. 

    भारत