मुंबई (महाराष्ट्र) : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 में ऋण के माध्यम से 3 बिलियन अमरीकी डॉलर जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. ऋणदाता एक या अधिक किस्तों में सार्वजनिक पेशकश या यूएसडी या किसी अन्य प्रमुख विदेशी मुद्रा में नोटों से धन जुटाएगा.
भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, एसबीआई ने एक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से कहा कि उसके बोर्ड ने चालू वित्त वर्ष में ऋण के माध्यम से 3 बिलियन अमरीकी डॉलर तक जुटाने को मंजूरी दे दी है.
एसबीआई ने कहा"...केंद्रीय बोर्ड की कार्यकारी समिति ने आज यानी 11 जून 2024 को आयोजित अपनी बैठक में, अन्य बातों के साथ-साथ, हालात की जांच करने और वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान यूएस डॉलर या किसी अन्य प्रमुख विदेशी मुद्रा में के सार्वजनिक प्रस्ताव और/या निजी प्लेसमेंट के जरिए RegS/144A के तहत 3 बिलियन अमरीकी डॉलर तक के एकल/एकाधिक किस्तों में दीर्घकालिक धन उगाहने पर निर्णय लेने की मंजूरी दी है."
हालांकि, एक्सचेंज फाइलिंग में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने यह उल्लेख नहीं किया कि धन का उपयोग किस लिए किया जाएगा.
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एसबीआई समेत बैंक अपने भंडार को कर रहे हैं मजबूत
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब एसबीआई सहित भारतीय बैंक ऋण की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए अपने पूंजी भंडार को मजबूत कर रहे हैं.
केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक जैसे कई सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी चालू वित्त वर्ष में ऋण के माध्यम से धन जुटाने की योजना बना रहे हैं.
एसबीआई ने इस साल जनवरी में बेस III-अनुपालन वाले अतिरिक्त टियर-I परपेचुअल बॉन्ड बेचकर 5000 करोड़ रुपये जुटाए.
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने पिछले महीने कहा था कि बैंक विकास को समर्थन देने के लिए इक्विटी पूंजी जुटाने के लिए भी तैयार है. केनरा बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक और पंजाब नेशनल बैंक समेत कई अन्य सरकारी बैंकों की भी इस वित्तीय वर्ष में ऋण के माध्यम से धन जुटाने की योजना है.
एनएसई पर दोपहर 2:56 बजे भारतीय स्टेट बैंक का शेयर मूल्य 0.34 प्रतिशत बढ़कर 834.65 रुपये पर कारोबार कर रहा था.
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