संभल (उत्तर प्रदेश) : संभल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) श्रीश चंद्र ने शनिवार को कहा कि 24 नवंबर को संभल जिले में जामा मस्जिद इलाके के पास हुई हिंसा के सिलसिले में कुल 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एएसपी ने कहा कि मामले में वांटेड एक व्यक्ति को दिल्ली के बटला हाउस से गिरफ्तार किया गया है.
यह भी पढे़ं : 'मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार पर राजनीति ठीक नहीं', BJP-कांग्रेस के बीच खींचतान पर बोलीं मायावती
पुलिस वांटेड को शरण देने वाले खिलाफ करेगी कार्रवाई
उन्होंने कहा, "संभल में हुई हिंसा की घटना के बाद अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सीसीटीवी के आधार पर वांटेड अदनान नाम के शख्स की पहचान की गई और उसे दिल्ली के बटला हाउस से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वह व्यक्ति और उसके साथी घटना में शामिल थे."
एएसपी ने कहा कि वांटेड शख्स के पीछे किसका था, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है और उन्हें शरण देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
इससे पहले आज, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संभल में जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी के निर्माण पर तंज करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के पास शराब बार और पुलिस चौकियों के अलावा किसी और चीज के लिए पैसा नहीं है.
ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "संभल में जामा मस्जिद के सामने एक पुलिस चौकी बनाई जा रही है. देश के किसी भी कोने में चले जाइए, वहां की सरकार न तो स्कूल खोलती है और न ही अस्पताल. अगर कुछ बनाया जाता है, तो वह पुलिस चौकी और शराब बार होता है."
संभल मस्जिद के पास एक नई पुलिस चौकी बन रही
संभल में जामा मस्जिद के पास एक नई पुलिस चौकी का निर्माण शुरू हो गया है, जिसमें सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को तैनात किया गया है. यह कदम क्षेत्र में हाल ही में हुई हिंसा के बाद उठाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप लोग हताहत हुए हैं, और इसका उद्देश्य सुरक्षा को मजबूत करना और आगे की अशांति को रोकना है.
संभल हिंसा ने सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर चिंताएं पैदा की हैं, जिसके कारण अधिकारियों ने सुरक्षा कड़ी कर दी है. स्थानीय पुलिस दल फरार संदिग्धों का पता लगाने के लिए अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय में काम कर रहा है.
संभल में हिंसा 24 नवंबर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा मुगलकालीन मस्जिद की जांच के दौरान भड़की थी, जिसके परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई थी और पुलिस कर्मियों तथा स्थानीय लोगों में से कई घायल हो गए थे.
यह भी पढे़ं : मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतीकरण कांग्रेस ने किया, नरसिम्हा राव का भी किया था अपमान : BJP नेता केसवन