राहुल गांधी, प्रियंका लैंडस्लाइड से प्रभावित वायनाड का करेंगे दौरा, मरने वालों की संख्या 44 से ज्यादा

    वेणुगोपाल ने कहा- मैंने राहुल गांधी को सूचित किया, उन्होंने तुरंत जिला कलेक्टर को फोन किया और फिर मुख्यमंत्री को फोन किया. हर तरह के सपोर्ट की पेशकश की.

    राहुल गांधी, प्रियंका लैंडस्लाइड से प्रभावित वायनाड का करेंगे दौरा, मरने वालों की संख्या 44 से ज्यादा
    संसद परिसर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के केरल के वायनाड का दौरा कर सकते हैं, जहां बड़े पैमाने पर भूस्खलन ने 40 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है.

    मंगलवार को कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा, "यह एकजुटता का समय है, हमें मिलकर काम करना होगा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों का जीवन सुरक्षित रहे. हम (वायनाड) जाने की योजना बना रहे हैं. हां, दोनों (राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा) जाने की योजना बना रहे हैं."

    वेणुगोपाल ने कहा- रक्षामंत्री ने पूरा सहयोगा का भरोसा दिया है

    वेणुगोपाल ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है और अधिकतम स्तर के पुनर्वास उपायों को शामिल करने के प्रयास चल रहे हैं.

    वेणुगोपाल ने कहा, "यह हमारे लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद दिन है. वायनाड में एक के बाद एक त्रासदी हो रही है. आज सुबह हमने यह दुखद समाचार सुना. उसके बाद, हम सरकार और अन्य एजेंसियों द्वारा किए जाने वाले अधिकतम स्तर के पुनर्वास उपायों, बचाव उपायों को शामिल करने का प्रयास कर रहे हैं. मैंने राहुल गांधी को सूचित किया, उन्होंने तुरंत जिला कलेक्टर को फोन किया और फिर मुख्यमंत्री को फोन किया. उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी ओर से किसी भी चीज की आवश्यकता होने पर पूर्ण समर्थन देने की पेशकश की. उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की. राजनाथ सिंह ने भी पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया."

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    कांग्रेस सांसदों ने इस त्रासदी पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया

    केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने इस त्रासदी को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया और केंद्र सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि बचाव अभियान तेज किया जाना चाहिए और प्रभावितों को हर संभव मदद दी जानी चाहिए. कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने पीड़ितों और उनके परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए सामूहिक प्रयासों का आग्रह किया और कहा कि बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चलाए जाने चाहिए.

    चेन्निथला ने  कहा, "वायनाड में सुबह 3 बजे यह बहुत दुखद घटना हुई. मुझे बताया गया कि वहां और भी लोग हताहत हुए हैं. बचाव अभियान जारी है. मैंने वहां के विधायक और अन्य महत्वपूर्ण नेताओं के साथ-साथ जिला प्रशासन से भी बात की. वे उस क्षेत्र से लोगों को बचाने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रहे हैं."

    उन्होंने कहा, "इस क्षेत्र में कोई कनेक्टिविटी नहीं है. इसलिए पुलिस, जिला प्रशासन, हर कोई फंसे हुए लोगों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है... सभी को इन शोक संतप्त परिवारों को राहत देने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए और बचाव अभियान युद्ध स्तर पर होना चाहिए."

    कांग्रेस सांसद ने बताया चौंकाने वाली घटना

    कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने कहा, "वायनाड में भूस्खलन एक बहुत ही चौंकाने वाली घटना है, क्योंकि इसमें कई लोगों की मौत हो गई है. एक पुल ढह गया है और पानी अभी भी बह रहा है. स्थिति बिगड़ गई है. भूस्खलन वाली जगह पर अकल्पनीय स्थिति है. एक गांव पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया है और बह गया है. केरल सरकार ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं... भारत सरकार, वायुसेना, एनडीआरएफ सभी वहां पहुंच गए हैं. बचाव अभियान युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है."

    केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि 30 जुलाई की सुबह राज्य के वायनाड के मेप्पाडी में पहाड़ी इलाकों में हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद 24 शव बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा की टीमें वायनाड में मौजूद हैं और नौसेना की एक टीम भी जल्द ही वहां पहुंच जाएगी.

    भूस्खलन ने मेप्पाडी, मुंडक्कल टाउन और चूरलमाला क्षेत्रों को प्रभावित किया है और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने बचाव कर्मियों, चिकित्सा उपकरणों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को व्याथिरी, मनंतवाड़ी, कलपेट्टा और मेप्पाडी सरकारी अस्पतालों में भेज दिया है.

    केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि वायनाड के चूरलमाला में भूस्खलन के बाद तत्काल राहत और बचाव सहायता प्रदान करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.

    मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने विनाशकारी भूस्खलन के बाद वायनाड में बचाव कार्यों का समन्वय करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने घोषणा की कि पूरा सरकारी तंत्र प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल है, मंत्री अभियानों की देखरेख और समन्वय कर रहे हैं.

    केरल सीएमओ के अनुसार, पांच मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल- राजस्व मंत्री के राजन, लोक निर्माण मंत्री मुहम्मद रियाज, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री ओ आर केलू, वन मंत्री के ससीन्द्रन और बंदरगाह मंत्री कदन्नापल्ली रामचंद्रन को आपदा प्रभावित क्षेत्र में भेजा जा रहा है.

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