वायनाड लैंडस्लाइड पर बंगाल के राज्यपाल बोले- इंसान और प्रकृति के बीच संतुलन की जरूरत, हम बहुत दुखी हैं

    गवर्नर ने कहा- कहा जाता है कि दुर्घटनाएं आकस्मिक नहीं होतीं, उनमें मानवीय फैक्टर भी शामिल होते हैं. हमें मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन पर गहराई से आत्मचिंतन की जरूरत है.

    वायनाड लैंडस्लाइड पर बंगाल के राज्यपाल बोले- इंसान और प्रकृति के बीच संतुलन की जरूरत, हम बहुत दुखी हैं
    पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस 14 जून 2024 को मीडिया से बात करते हुए, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- ANI

    कोलकाता : वायनाड के मेप्पाडी इलाके में मंगलवार की सुबह भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 80 लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हमें मनुष्य और प्रकृति के बीच "संतुलन बनाए रखने" की आवश्यकता पर "आत्मचिंतन" करने पर मजबूर करती है.

    बोस ने कहा. "हम इस त्रासदी से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं. हम सभी इस संकट की घड़ी में एक साथ खड़े होंगे और इसका डटकर सामना करेंगे. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. कहा जाता है कि दुर्घटनाएं आकस्मिक नहीं होतीं, उनमें मानवीय फैक्टर भी शामिल होते हैं. यह एक ऐसा अवसर है जो हमें मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर गहराई से आत्मचिंतन करने पर मजबूर करता है."

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    कहा- रक्षा मंत्री राजनाथ से किया मदद का अनुरोध

    पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि वे सभी संबंधित लोगों के संपर्क में हैं और उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बिना देरी किए लोगों की मदद करने का अनुरोध किया है. बोस ने कहा, "इस मुश्किल समय में पूरा भारत एकजुट होकर संकट में फंसे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा...मैं सभी संबंधित लोगों के संपर्क में हूं, बचाव अभियान पर ध्यान केंद्रित हो. मैं सभी संबंधित लोगों से संपर्क में रहने की पूरी कोशिश करूंगा, जो भी आवश्यक होगा, उसे बिना देरी किए किया जाएगा."

    उन्होंने कहा, "मैं (वायनाड का दौरा करने) की योजना बना रहा हूं..."

    केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन राहत और बचाव अभियान शामिल होने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत बल के कर्मियों, अर्धसैनिक बलों, केरल सरकार के अधिकारियों और अभियान में अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय करेंगे.

    इस बीच, केरल के वन मंत्री ससींद्रन नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे, राज्य मंत्री रामचंद्रन कदन्नापल्ली जल्द ही जमीनी स्तर पर प्रयासों में शामिल होंगे.

    राज्य सरकार के विभाग राहत को लेकर सक्रिय

    इसके अलावा, केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, राजस्व, लोक निर्माण और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विभागों के राज्य मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल तिरुवनंतपुरम से हवाई यात्रा पर हैं और जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचने की उम्मीद है.

    केरल के मंत्री एमबी राजेश ने कहा कि राज्य सरकार "युद्ध स्तर" पर बचाव प्रयासों को अंजाम देने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है.

    केरल के मंत्री ने कहा, "मुख्यमंत्री अभियान की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने मंत्रियों की एक टीम वायनाड भेजी है. बचाव अभियान के समन्वय के लिए एक आईएएस अधिकारी वायनाड में डेरा डाले रहेंगे. 250 लोगों को बचा लिया गया है और उन्हें अस्थायी आश्रय शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है. हम फंसे हुए लोगों को हवाई मार्ग से निकाल रहे हैं. बचाव अभियान के लिए सरकार द्वारा सभी प्रयास किए जा रहे हैं."

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