I.N.D.I.A. कैसे रोकेगा PM मोदी का विजय रथ? लोकसभा चुनाव के लिए बनाया ये Secret Plan

    I.N.D.I.A. कैसे रोकेगा PM मोदी का विजय रथ? लोकसभा चुनाव के लिए बनाया ये Secret Plan

    नई दिल्ली, भारत24 डिजिटल डेस्क: देश और दुनिया में पीएम मोदी (PM Modi) का एक तरफ डंका बजाने के बावजूद 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) में इंडिया गठबंधन ने पीएम मोदी के विजय रथ को रोकने का अकल्पनीय सपना संजोया है. इंडिया गठबंधन का यह प्लान चाहे सुनने में कितना भी अविश्वसनीय लगे लेकिन यह पूरी तरह हवाई नहीं है. चलिए आज आपको बताते हैं कि क्या है इंडिया गठबंधन का मोदी जगन्नाथ को रोकने का सीक्रेट प्लान.

    कांग्रेस नीतीश को संयोजक बनाने पर राजी

    I.N.D.I.A. गठबंधन में परस्पर विरोधी बयानों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और RJD सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की है. सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग के जरिए कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर भारत के हिंदी पट्टी के राज्यों में नीतीश और लालू को आगे रखने पर सहमति जताई है. असल में कांग्रेस बंगाल, यूपी, पंजाब और यूपी में सीट शेयरिंग पर हो रहे विवाद में बिहार की गणित ख़राब नहीं करना चाहती. इसीलिए कांग्रेस लीडरशिप ने एक एक करके अपना घर दुरुस्त करने का निर्णय लिया है और इसी कड़ी में नीतीश और लालू से बात की गई है.  खबर यह भी है कि खरगे ने अपने पहले दिए सार्वजनिक बयान की लाइन लेते हुए I.N.D.I.A. गठबंधन के संयोजक और PM फेस पर नीतीश और लालू को कन्विंस किया है कि कांग्रेस का लक्ष्य I.N.D.I.A. गठबंधन के ज्यादा से ज्यादा सांसद जिताने का है , बाकी बातें जीत पर ही निर्भर करेंगी. सूत्रों के अनुसार खरगे की बात पर नीतीश और लालू ने भी सहमति जताई है.  खास बात यह रहुई कि इस वर्चुअल मीटिंग में संयोजक का पद कोई मुद्दा नहीं बना.

    दक्षिण से उगेगा I.N.D.I.A. का सूर्य 

    I.N.D.I.A. गठबंधन के सबसे बड़े घातक कांग्रेस ने अपने स्ट्रॉन्ग और वीक पॉइंट्स का आंकलन कर लिया लगता है. इसीलिए कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी ने अपना शुरूआती तथ्यात्मक फीडबैक कांग्रेस आलाकमान को दे दिया है. सूत्र बताते हैं कि अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश, भूपेश बघेल और मुकुल वासनिक की इस हाई पॉवर कमेटी ने बिना कोई सार्वजनिक बयान दिए और मीडिया से दूरी बनाते हुए I.N.D.I.A. गठबंधन के सभी नेताओं से कम से कम एक बार बात कर ली है. इस कमेटी के फीडबैक के अनुसार कांग्रेस को पहला फोकस दक्षिण भारत पर ही रखना होगा.  मोदी-शाह के सामने हर चुनाव में असहाय साबित होने वाली कांग्रेस इस बार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी ने अपने हाई कमांड को कहा है कि उत्तर भारत की लड़ाई में जूनियर पार्टनर रहते हुए अखिलेश, लालू और नीतीश बेस्ट बार्गेन का फार्मूला अपनाया जाए और उत्तर के राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़, हिमाचल और उत्तर पूर्व के राज्यों में अपने वोट बैंक को सीटों में बदलने की कवायद की जाए. कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिव सेना के साथ सीट शेयरिंग का विवाद सुलझाने के लिए शरद पवार को काम लेने की जुगत लगाई है. माने अगर किस्मत ने साथ दिया तो सरकार बनाने की स्थिति में एक बड़े और शक्तिशाली साथी से बेहतर दो छोटे घटक होंगे. कर्नाटक, ओडिशा, केरल जैसे राज्यों में कांग्रेस अपने बलबूते मैदान में रहने का तय कर चुकी है.

    राम रसायन पर नतमस्तक है कांग्रेस   

    राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से बनने वाले माहौल और बीजेपी के सहयोगी संगठनों के अक्षत वितरण जैसे अभियानों ने भी कांग्रेस आलाकमान को बैचेन किया हुआ है. लेकिन तय यही किया जा रहा है कि कांग्रेस किसी भी परिस्तिथि में 'हिन्दू विरोधी' कहलाने के हर वार से बचे. कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप I.N.D.I.A. गठबंधन के अपने साथियों के 'सनातन विरोधी' बयानों से दूरी बनाने में देर नहीं लगा रही है. कांग्रेस सच का सामना कर रही है यह बात इसी से साबित होती है कि कांग्रेस हाई कमान ने मन ही मन मान लिया है कि बंगाल में TMC से तालमेल के बगैर  पूर्व से I.N.D.I.A. गठबंधन का सूर्योदय लगभग नामुमकिन होगा. कुल मिलाकर कांग्रेस अपनी कोर स्ट्रेंथ साउथ को ही मान रहा है इसीलिए आंध्र प्रदेश में CM जगन मोहन रेड्डी की नाराज बहन और पूर्व CM स्वर्गीय YSR रेड्डी की बेटी शर्मीला को कांग्रेस में शामिल करवाने की कवायद जोरों पर है. 2024 के लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत के महत्त्व को इस बात से भी समझा जा सकता है कि PM मोदी ने दक्षिण में कमल खिलाने की जिम्मेदारी खुद अपने कंधों पर ले रखी है. I.N.D.I.A. गठबंधन की रणनीति का सार यह है कि सभी घटक अपने कोर वोटर्स को साधते हुए ज्यादा से ज्यादा सांसद जिताएं और छोटी-मोटी बातों में उलझ कर बीजेपी को वॉक ओवर देने की भूल ना करें.