'आजादी के बाद से 35 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए है', BJP नेता हरदीप पुरी का राहुल के बयान पर पलटवार

    Hardeep Puri hits back at Rahul statement : उन्होंने सूरत से कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन खारिज होने पर राहुल के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

    'आजादी के बाद से 35 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए है', BJP नेता हरदीप पुरी का राहुल के बयान पर पलटवार

    नई दिल्ली : सूरत से भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल के निर्विरोध हो जाने को लेकर, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को अप्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि 35 उम्मीदवार आजादी के बाद से निर्विरोध चुने गए हैं.

    एक्स पर एक पोस्ट में पुरी ने कहा कि 35 में से आधे उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी से थे.

    उन्होंने कहा, "पहली बार नहीं है कि सूरत से कोई उम्मीदवार संसद के लिए निर्विरोध चुना गया है. आजादी के बाद से आम चुनावों और उप-चुनावों में 35 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं. एक और बिना रिसर्च की टिप्पणी, इस बार सूरत से निर्विरोध चुने गए मुकेश दलाल जी पर टिप्पणी की गई है , 'युवा' और महत्वाकांक्षी कांग्रेस नेता (राहुल गांधी) अपने चर्चित उपनाम को बनाए हुए हैं.''

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    हरदीप पुरी ने कहा- 35 में आधे से ज्यादा कांग्रेस के उम्मीदवार

    हरदीप सिंह पुरी ने कहा, "लोकतंत्र में उनका विश्वास तब मजबूत होगा जब उन्हें पता चलेगा कि 35 में से आधे से अधिक उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी से थे, और कॉन्स्पेरेसी थिअरी में उनका विश्वास तब हिल जाएगा जब उन्हें पता चलेगा कि इस सूची में 1980 में उनके गठबंधन सहयोगी फारूक अब्दुल्ला जी भी शामिल हैं, 2012 में डिंपल यादव जी भी." 

    केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि उनका (राहुल गांधी) भारत के संविधान के बारे में डर फैलाना इस बात का सबूत है कि इतिहास के सबक से उनका कोई लेना-देना नहीं होता, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.

    पुरी ने कहा, "उनका विलाप (रोना), किसी को कहना होगा कि यह बहुत ही सेलेक्टिव है क्योंकि उन्होंने दक्षिण गोवा से इंडी गठबंधन के उम्मीदवार कैप्टन विरियाटो फर्नांडीस के बारे में नहीं सुना है, जो गोवा के लोगों के लिए दोहरी नागरिकता की मांग कर रहे हैं कि संविधान उन पर थोपा गया है."

    तीन प्रस्तावकों हस्ताक्षर न होने से नामांकन हुआ खारिज

    सोमवार को कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया क्योंकि उनके तीन प्रस्तावकों ने जिला निर्वाचन अधिकारी को दिए हलफनामे में कहा था कि उन्होंने उनके नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.

    रिटर्निंग ऑफिसर सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि मुकेश दलाल को छोड़कर मैदान में मौजूद बाकी सभी आठ उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है.

    गुजरात भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल ने कहा कि मुकेश दलाल की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर को समर्पित है और राज्य इकाई को विश्वास है कि भाजपा 2019 के अपने प्रदर्शन को दोहराएगी और राज्य की सभी 16 सीटें जीतेगी.

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