'अपने हथियार डाल दें, मुख्यधारा में लौट आएं', अमित शाह ने कहा- 1 से 1.5 साल में खत्म कर देंगे नक्सलवाद

    उन्होंने कहा, "मैं पहले से हो चुके नुकसान को वापस नहीं ला सकता, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा कि निर्दोष लोगों को ऐसी किसी समस्या का सामना न करना पड़े."

    'अपने हथियार डाल दें, मुख्यधारा में लौट आएं', अमित शाह ने कहा- 1 से 1.5 साल में खत्म कर देंगे नक्सलवाद
    दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह | Photo- ANI

    नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक जोरदार बयान में कहा कि सरकार एक से डेढ़ साल में देश से नक्सलवाद और नक्सलवाद के विचार को जड़ से उखाड़ फेंकेगी.

    छत्तीसगढ़ के नक्सल हिंसा पीड़ितों से बातचीत के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "हम इस देश से नक्सलवाद और नक्सलवाद के विचार को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे और शांति स्थापित करेंगे...नरेंद्र मोदी सरकार बस्तर के 4 जिलों को छोड़कर पूरे देश में नक्सलवाद को खत्म करने में सफल रही है. इस देश से नक्सलवाद को आखिरी विदाई देने के लिए 31.03.2026 की तारीख तय की गई है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इससे पहले नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा."

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    कहा- बेहतर बुनियादी ढांचा और संसाधन उपलब्ध कराएंगे

    उन्होंने कहा, "मैं पहले से हो चुके नुकसान को वापस नहीं ला सकता, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करूंगा कि निर्दोष लोगों को ऐसी किसी समस्या का सामना न करना पड़े."

    क्षेत्र में बेहतर बुनियादी ढांचे और संसाधनों के लिए केंद्र का पूरा सपोर्ट देने की गारंटी देते हुए शाह ने कहा, "छत्तीसगढ़ सरकार ने पीएम आवास योजना और स्वच्छता सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है. ये सेवाएं आपको प्रदान की जाएंगी. गृह मंत्रालय योजना से जुड़ी स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंधन करेगा और नक्सल समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार के साथ साझेदारी में एक विस्तृत योजना बनाई जाएगी."

    शाह ने नक्सलवाद में शामिल लोगों से हथियार डालने को कहा

    शाह ने नक्सल गतिविधियों में शामिल लोगों को अपने हथियार डालने और समाज में फिर से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही इसे प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान शुरू कर सकती है.

    उन्होंने कहा, "अपने हथियार डाल दें और मुख्यधारा में लौट आएं- कश्मीर में कई लोगों ने यह विकल्प चुना है और आप भी चुन सकते हैं. यदि नहीं, तो हम इस बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिए एक अभियान शुरू करेंगे."

    सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लगातार प्रयास में जुटी

    भारत में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. हाल ही में एक अभियान में, शनिवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया. सुकमा पुलिस के अनुसार, यह मुठभेड़ चिंतागुफा थाना क्षेत्र के तुमलपाड़ गांव के पास एक पहाड़ी पर जंगलों में सुबह-सुबह हुई, जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.

    इसके अलावा, 4000 सीआरपीएफ कर्मियों वाली केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की चार बटालियनों को उग्रवाद विरोधी अभियानों के लिए बस्तर में तैनात किया जाना है.

    24 अगस्त को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ और क्षेत्र में वामपंथी उग्रवाद से पीड़ित पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ एक अंतर-राज्यीय समन्वय बैठक के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नक्सलवाद के कारण मारे जाने वाले सुरक्षाकर्मियों की मौतों में 70 प्रतिशत की कमी आई है और यह लड़ाई अंतिम चरण में पहुंच गई है और मार्च 2026 तक देश पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा.

    शाह ने कहा, "पहले 10 वर्षों में 6617 सुरक्षाकर्मी मारे गए और अब इसमें 70 प्रतिशत की कमी आई है. इसी तरह, हमने नागरिकों की मौतों में 69 प्रतिशत की कमी देखी है. मेरा मानना ​​है कि हमारी लड़ाई अंतिम चरण में पहुंच गई है और मार्च 2026 तक हम देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर पाएंगे."

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