Ex NC नेता का बड़ा दावा- उमर अब्दुल्ला ने 2014, उसके बाद भी J&K में BJP संग सरकार बनाने की कोशिश की थी

    उन्होंने यह भी कहा कि अगस्त 2019 से अक्टूबर 2021 के बीच भी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन के लिए भाजपा नेतृत्व से संपर्क करने के कई प्रयास किए थे.

    Ex NC नेता का बड़ा दावा- उमर अब्दुल्ला ने 2014, उसके बाद भी J&K में BJP संग सरकार बनाने की कोशिश की थी
    पूर्व एनसी नेता और बीजेपी में शामिल देवेंद्र सिंह राणा | Photo- ANI

    नई दिल्ली : पूर्व वरिष्ठ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता और अब भाजपा नेता देवेंद्र सिंह राणा ने दावा किया कि उमर अब्दुल्ला ने 2014 में भाजपा नेताओं अमित शाह और राम माधव से मुलाकात कर एनसी के साथ सरकार बनाने का अनुरोध किया था.

    भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता देवेंद्र सिंह राणा ने सोमवार को कहा, "उमर अब्दुल्ला कश्मीर के लोगों को यह बताकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को छोड़कर हर राजनीतिक दल भाजपा के साथ है. 2014 में, जब मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस का हिस्सा था, तो हमने लोगों से सरकार बनाने के लिए हर दरवाजे पर दस्तक दी थी क्योंकि हमारे पास केवल 15 लोग थे. उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि उस समय उन्होंने अमित शाह और राम माधव से एनसी के साथ सरकार बनाने की अपील की थी. चूंकि उस समय भाजपा ने एनसी के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था, इसलिए वे अब यह सब कह रहे हैं."

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    2019-2021 के बीच भी गठबंधन करने की कोशिश : राणा

    उन्होंने यह भी कहा कि अगस्त 2019 से अक्टूबर 2021 के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन के लिए भाजपा नेतृत्व से संपर्क करने के कई प्रयास किए थे.

    "5 अगस्त 2019 से अक्टूबर 2021 के बीच, जब मैं नेशनल कॉन्फ्रेंस में था, ऐसे गठबंधन के लिए भाजपा नेतृत्व से संपर्क करने के कई प्रयास किए गए. उमर अब्दुल्ला को सच बताना चाहिए. नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार नहीं बनाएगी...जम्मू-कश्मीर में हमारा किसी भी राजनीतिक दल से कोई गठबंधन नहीं है."

    इस बार कांग्रेस और एनसी गठबंधन में लड़ रहे हैं चुनाव

    कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है. जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) और 9 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं.

    भारत के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 88.06 लाख पात्र मतदाता हैं. पिछले विधानसभा चुनावों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 28 सीटें जीती थीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 25, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं.

    जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को. मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी.

    अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है.

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