'जनता की मंजूरी पर ही डिप्टी CM पद पर बैठूंगा', मनीष सिसोदिया ने अपनी 'ईमानदारी' का फैसला लोगों पर छोड़ा

    सिसोदिया ने कहा- वह केवल शिक्षा क्षेत्र में "ईमानदारी से" काम करने आए हैं, वह अरविंद केजरीवाल के साथ जनता की अदालत में जाएंगे और पूछेंगे कि जनता उन्हें ईमानदार मानती है या नहीं.

    'जनता की मंजूरी पर ही डिप्टी CM पद पर बैठूंगा', मनीष सिसोदिया ने अपनी 'ईमानदारी' का फैसला लोगों पर छोड़ा
    दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया आज कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान | Photo- @AamAadmiParty के हैंडल से.

    नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बाद आप नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि वह उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे, जब जनता उनकी "ईमानदारी" को मंजूरी दे देगी.

    यह कहते हुए कि वह केवल शिक्षा क्षेत्र में "ईमानदारी से" काम करने आए हैं, सिसोदिया ने आगे कहा कि वह अरविंद केजरीवाल के साथ जनता की अदालत में जाएंगे और पूछेंगे कि जनता उन्हें ईमानदार मानती है या नहीं.

    यह भी पढ़ें : दिल्ली के सीएम केजरीवाल का बड़ा ऐलान- 2 दिन बाद CM पद से दूंगा इस्तीफा, जनता के फैसले से कुर्सी पर बैठूंगा

    दिल्ली के स्कूलों के छात्र सभी परीक्षाओं में अव्वल आ रहे : सिसोदिया

    दिल्ली सरकार के पिछले 10 सालों के काम की तारीफ करते हुए सिसोदिया ने कहा कि अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्र शानदार पढ़ाई कर रहे हैं और आईआईटी, जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं में अव्वल आ रहे हैं.

    मनीष सिसोदिया ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, "मैं राजनीति में शिक्षा के लिए ईमानदारी से काम करने आया हूं. मैंने 10 साल तक दिल्ली के शिक्षा मंत्री के तौर पर ईमानदारी से काम किया. मैंने स्कूल बनवाए. मैंने नई यूनिवर्सिटी बनवाई. दिल्ली के शिक्षा मंत्री के तौर पर मैंने इस मंत्र के साथ काम किया कि सरकारी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षा दिए बिना भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता. 10 साल की मेहनत का नतीजा यह है कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भी बच्चे शानदार पढ़ाई कर रहे हैं और आईआईटी, जेईई, नीट जैसी परीक्षाओं में टॉप कर रहे हैं."

    सिसोदिया ने अपने ऊपर लगे आरोप झूठे बताए

    सिसोदिया ने कहा कि उन पर "झूठे आरोप" लगाकर उन्हें "बेईमान" साबित करने की कोशिश की गई.

    ट्वीट में आगे कहा गया, "मैंने ईमानदारी से काम किया, लेकिन तुच्छ राजनीति के तहत मुझ पर झूठे आरोप लगाकर मुझे बेईमान साबित करने की कोशिश की गई- मुझे झूठे आरोपों में 17 महीने तक जेल में रखा गया. दो साल की कानूनी प्रक्रिया के बाद अब देश की शीर्ष अदालत ने भी मुझे कहा है कि जाओ और अपना काम करो. लेकिन मैं अभी उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. मैं कुर्सी और पद के लालच में राजनीति में नहीं आया हूं. मैं ईमानदारी से शिक्षा पर काम करने आया हूं. मैंने यह भी तय किया है कि मैं अरविंद केजरीवाल जी के साथ जनता की अदालत में जाऊंगा और पूछूंगा कि जनता मुझे ईमानदार मानती है या नहीं. 3-4 महीने में चुनाव होने हैं. अगर जनता मेरी ईमानदारी पर मुहर लगाती है, तभी मैं उपमुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा और शिक्षा के लिए काम करूंगा. जय हिंद."

    यह भी पढे़ं : अखिलेश ने कहा- सपा राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए J&K चुनाव लड़ रही है, जानें ये 3 शर्तें पूरा करना जरूरी

    दिल्ली के सीएम केजरीवाल दो दिन बाद इस्तीफे की घोषणा की

    दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए कहा कि वह दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे, जब तक दिल्ली की जनता उन्हें "ईमानदार" नहीं घोषित कर देती.

    केजरीवाल ने आगे कहा कि अगर जनता उन्हें वोट देती है तो वह उन्हें उनकी ईमानदारी का सर्टिफिकेट देगी. उन्होंने यह भी कहा कि वह महाराष्ट्र के साथ-साथ जल्द चुनाव कराने की मांग करेंगे.

    आप कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं. जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती, मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता का फैसला नहीं आ जाता, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा. जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना देती, मैं सीएम पद पर नहीं बैठूंगा. चुनाव कुछ महीनों बाद हैं. अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार हैं, तो मुझे वोट दें, मैं चुनाव के बाद सीएम बनूंगा. अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार नहीं हूं, तो वोट न दें. आपका वोट मेरी ईमानदारी का सर्टिफिकेट होगा, तभी मैं सीएम पद पर बैठूंगा."

    दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के कुछ घंटे बाद ही केजरीवाल शुक्रवार शाम तिहाड़ जेल से रिहा हो गए.

    यह भी पढे़ं : 'मैं हरियाणा का सबसे सीनियर विधायक, इस बार CM पद मांगूंगा', BJP नेता अनिल विज का बड़ा दावा

    भारत