नई दिल्ली : कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) राहुल गांधी ने शनिवार को अमेरिका में सिखों और भारतीय समाज के अन्य वर्गों से जुड़े बयान का बचाव किया. उन्होंने ये बयान संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान दिया था. उन्होंने कहा- आरोप लगाया कि वह झूठ के सहारे उन्हें चुप कराने की कोशिश हो रही है. सच बर्दाश्त नहीं हो रहा, मैं बोलता रहूंगा.
राहुल गांधी ने कहा कि वह हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलेंगे जो भारत को परिभाषित करते हैं.
The BJP has been spreading lies about my remarks in America.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2024
I want to ask every Sikh brother and sister in India and abroad - is there anything wrong in what I have said? Shouldn't India be a country where every Sikh - and every Indian - can freely practice their religion… pic.twitter.com/sxNdMavR1X
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सच बर्दाश्त नहीं हो रहा है, मैं इसे बोलता रहूंगा : राहुल
राहुल गांधी ने कहा, "मैं भारत और विदेश में हर सिख भाई और बहन से पूछना चाहता हूं: क्या मैंने जो कहा है उसमें कुछ गलत है? क्या भारत ऐसा देश नहीं होना चाहिए जहां हर सिख - और हर भारतीय - बिना किसी डर के अपने धर्म का स्वतंत्र रूप से पालन कर सके?"
उन्होंने कहा, "हमेशा की तरह, सत्ताधारी दल झूठ का सहारा ले रहा है. वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं क्योंकि वे सच बर्दाश्त नहीं कर सकते. लेकिन मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलूंगा जो भारत को परिभाषित करते हैं: विविधता में हमारी एकता, समानता और प्रेम."
कांग्रेस नेता ने अमेरिका में दिए भाषण की क्लिप साझा की
कांग्रेस नेता ने अमेरिका में दिए गए अपने भाषण की एक क्लिप भी पोस्ट की. राहुल गांधी ने कहा, "सबसे पहले, आपको यह समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है. लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है, वह सतही है. आपका नाम क्या है, भाई? --- बलिंदर सिंह. लड़ाई इस बारे में है कि क्या उन्हें, एक सिख के रूप में, भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी, या वे, एक सिख के रूप में, भारत में कड़ा पहन सकेंगे या वे, एक सिख के रूप में, गुरुद्वारा जा सकेंगे. यही लड़ाई है, और केवल उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए."
"मूलरूप से यह कहा जा रहा है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से कमतर हैं, कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से कमतर हैं और कुछ समुदाय दूसरे समुदायों से कमतर हैं. यही लड़ाई है. हमारा मानना है कि चाहे आप पंजाब, हरियाणा, राजस्थान या मध्य प्रदेश से हों, आप सभी का अपना इतिहास है, आप सभी की अपनी परंपराएं हैं, आप सभी की अपनी भाषाएं हैं और उनमें से हर एक उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि कोई और..."
राहुल ने कहा- इस बात की लड़ाई है कि हम कैसा भारत चाहते हैं
उन्होंने कहा, "लड़ाई इस बात की है कि हम किस तरह का भारत चाहते हैं. क्या हम ऐसा भारत चाहते हैं जहां लोगों को वह मानने की अनुमति हो जो वे मानना चाहते हैं, जिसका वे सम्मान करना चाहते हैं, जो वे कहना चाहते हैं वह कहें और जो वे सुनना चाहते हैं वह सुनें या क्या हम ऐसा भारत चाहते हैं जहां केवल कुछ सीमित लोग ही तय करेंगे कि क्या हो. समस्या यह है कि ये लोग भारत को नहीं समझते हैं."
राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है. केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को "देश का नंबर 1 आतंकवादी" करार दिया, जिसकी कांग्रेस ने कड़ी निंदा की.
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भाजपा नेता ने राहुल गांधी को देश का नंबर 1 आतंकी बताया था
बिट्टू ने इससे पहले राहुल के बयान को लेकर कहा था, "राहुल गांधी भारतीय नहीं हैं, उन्होंने अपना ज्यादातर समय बाहर बिताया है. उन्हें अपने देश से उतना प्यार नहीं है, क्योंकि वे विदेश जाकर हर बात को गलत तरीके से पेश करते हैं. जो लोग मोस्ट वांटेड हैं, अलगाववादी हैं और बम, बंदूक और गोले बनाने में माहिर हैं. देश के दुश्मन जो विमान, ट्रेन और सड़कें उड़ाने की कोशिश करते हैं, वे राहुल गांधी के समर्थन में हैं. राहुल गांधी देश के नंबर 1 आतंकवादी हैं. देश का सबसे बड़ा दुश्मन जिसे एजेंसियों को पकड़ना चाहिए, वह आज राहुल गांधी हैं."
कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ "धमकी भरी भाषा" को लेकर बिट्टू और एनडीए के कुछ अन्य नेताओं की आलोचना की.
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और अभिषेक मनु सिंघवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पार्टी कानूनी सहारा लेगी और सुनिश्चित करेगी कि उन सभी बदमाशों को कड़ी सजा मिले.
केसी वेणुगोपाल ने धमकियों को सोची-समझी साजिश बताया
कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि ये धमकियां सोची-समझी योजना और साजिश के तहत दी जा रही हैं, क्योंकि सत्ताधारी दल को राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता से खतरा महसूस हो रहा है. उन्होंने बिट्टू और एनडीए के बाकी नेताओं की टिप्पणियों पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री की "चुप्पी" पर भी सवाल उठाया.
सिंघवी ने आरोप लगाया, "पिछले एक दशक से जब भी राहुल गांधी ने किसी समुदाय, भय फैलाने या अल्पसंख्यकों के बारे में किसी मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है, तो सत्तारूढ़ पार्टी घबरा गई है. वह साफतौर से राहुल गांधी के खिलाफ नफरत भड़काने का काम कर रही है."
रवनीत सिंह बिट्टू के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी
कांग्रेस ने पहले केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी और आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ हिंसा भड़काने की कोशिश की गई थी.
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने इस संबंध में तुगलक रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस शिकायत में भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने राहुल गांधी को "जान से मारने की धमकी" का जिक्र किया है.
शिकायत में भाजपा की सहयोगी शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है और बिट्टू द्वारा राहुल गांधी को "नंबर 1 आतंकवादी" बताए जाने का जिक्र किया है. शिकायत में उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह की ओर से "इसी तरह की बातें" कहने का जिक्र है. एक जनहित याचिका (पीआईएल) भी दायर की गई है.
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