श्रीनगर/नई दिल्ली : गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के नौसेरा में एक चुनावी जनसभा की. वह 25 सितंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार में जुटे हैं. उन्होंने पहाड़ी गुज्जर-बकरवाल के आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने राज्य में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब कश्मीर जल रहा था तो फारूक साहब लंदन में आराम फरमा रहे थे.
30 साल तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद चला, 30 साल में 3 हजार दिन जम्मू कश्मीर में कर्फ्यू रहा, 40 हजार लोग मारे गए... फारूक साहब आप उन दिनों कहां थे?
— BJP (@BJP4India) September 22, 2024
मैं आपको बताता हूं, जब कश्मीर जल रहा था, तब फारूक साहब लंदन में आराम से छुट्टियां मना रहे थे।
मोदी जी आए आतंकवादियों को चुन-चुन… pic.twitter.com/u7IniE4WAE
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आरक्षण को लेकर शाह ने कांग्रेस-एनसी-पीडीपी को निशाने पर लिया
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "जब पहाड़ियों को आरक्षण दिया गया, तो फारूक साहब ने यहां के गुर्जर भाइयों को उकसाना शुरू किया कि आपका आरक्षण चला जाएगा. मैंने राजौरी में वादा किया था कि गुर्जर बकरवाल का आरक्षण एक प्रतिशत भी कम नहीं होगा और पहाड़ी भाई-बहनों को आरक्षण मिलेगा और हमने अपना वो वादा निभाया."
"पहाड़ी भाई बहनों के आरक्षण का अधिकार कांग्रेस, NC और PDP ने 70 वर्षों तक छीन रखा था. पहाड़ियों को आरक्षण न देने का इनका फैसला था. मोदी जी ने कहा, कांग्रेस, NC और PDP को जो करना है, वो करे... हम पहाड़ियों को आरक्षण देंगे."
"कांग्रेस, NC ने कहा है कि पहाड़ियों, गुर्जर बकरवाल, दलित, वाल्मीकि, ओबीसी समुदाय को जो आरक्षण दिया गया, हम उस पर पुन: विचार करेंगे. राहुल गांधी अमेरिका में जाकर कहते हैं कि अब इनका विकास हो चुका है, अब इन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है. राहुल बाबा, हम आपको आरक्षण हटाने नहीं देंगे."
एनसी पर साधा निशाना, कहा- वह शेख अब्दुल्ला वाला ध्वज वापस लाना चाहते हैं
अमित शाह ने कहा, "आज जम्मू कश्मीर में हमारा तिरंगा शान से लहरा रहा है, लेकिन कांग्रेस, NC वाले कहते हैं कि हम शेख अब्दुल्ला वाला ध्वज वापस लाना चाहते हैं. फारूक साहब, जितना जोर लगाना है लगा लो... लेकिन अब कश्मीर में सिर्फ हमारा प्यारा तिरंगा ही लहराएगा."
गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 हटने से पहले कश्मीर में दो ध्वज फहराए जाते थे, जिसका जिक्र गृहमंत्री ने किया.
जब कश्मीर जल रहा था, फारूक साहब लंदन में आराम फरमा रहे थे : अमित शाह
उन्होंने कहा, "30 साल तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद चला, 30 साल में 3 हजार दिन जम्मू कश्मीर में कर्फ्यू रहा, 40 हजार लोग मारे गए... फारूक साहब आप उन दिनों कहां थे? मैं आपको बताता हूं, जब कश्मीर जल रहा था, तब फारूक साहब लंदन में आराम से छुट्टियां मना रहे थे. मोदी जी आए आतंकवादियों को चुन-चुन का हमने साफ कर दिया."
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