लोकसभा में बोले PM Modi, आपातकाल के दौरान की घटनाओं ने तानाशाही की झलक दिखाई

    आपातकाल (Emergency) के 50 साल पूरे हो गए. इस मौके पर लोकसभा (Lok Sabha) के सत्र में एनडीए दल के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि आपातकाल के दौरान की घटनाओं ने तानाशाही की झलक दिखाई.

    PM Modi on Emergency
    PM Modi on Emergency

    PM Modi on Emergency

    नई दिल्ली :
    लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा 1975 में लगाए गए आपातकाल की निंदा करने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आपातकाल के दौरान की घटनाओं ने तानाशाही की झलक दिखाई.

    सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, "मुझे खुशी है कि माननीय अध्यक्ष ने आपातकाल की कड़ी निंदा की, उस दौरान की गई ज्यादतियों को उजागर किया और यह भी उल्लेख किया कि कैसे लोकतंत्र का गला घोंटा गया. उन सभी लोगों के सम्मान में मौन खड़े होना भी एक अद्भुत भाव था, जिन्होंने उस दौरान कष्ट झेले."

    आज के युवाओं को आपातकाल के बारे में जाननरे की जरूरत 

    पीएम मोदी ने कहा, "आपातकाल 50 साल पहले लगाया गया था, लेकिन आज के युवाओं को इसके बारे में जानने की जरूरत है क्योंकि यह इस बात का एक उपयुक्त उदाहरण है कि जब संविधान को रौंदा जाता है, जनता की राय को दबाया जाता है और संस्थाओं को नष्ट किया जाता है, तो क्या होता है. आपातकाल के दौरान की घटनाओं ने तानाशाही की झलक दिखाई." 

    आपातकाल के 50 साल होने पर NDA नेताओं का परिसर में विरोध 

    इस बीच, एनडीए नेताओं ने आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर बुधवार को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की. भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा, "आज पूरा देश विरोध कर रहा है. यह दिन भारत के लोगों के मन में महत्वपूर्ण है. आज से 49 साल पहले इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था. करीब डेढ़ लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था. भारत के संविधान में 42वां संशोधन लाया गया था. संविधान बचाने की बात करने वाले राहुल गांधी को आईना दिखाना जरूरी है." 

    केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि आपातकाल भारत के इतिहास में एक काला धब्बा है. पासवान ने कहा, "पूरे देश को जेल में बदल दिया गया और तानाशाही थोप दी गई. मौजूदा और आने वाली पीढ़ियों को इसके बारे में जानना चाहिए."

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