इजरायल और ईरान की जंग छठें दिन भी जारी है. इस संघर्ष ने पाकिस्तान में चिंता की लहर दौड़ा दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष के पाकिस्तान पर दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं. इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष में अब पाकिस्तानियों को अलग ही डर सता रहा है. पाकिस्तानियों को लगता है कि ईरान के बाद अगला नंबर पाकिस्तान का लग सकता है.
पाकिस्तान के लिए संभावित खतरे
पाकिस्तान के पत्रकार सईद काजी ने एक कार्यक्रम में कहा कि अमेरिका ईरान में बंकर बस्टर हमला करने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के बाद इजरायल रुक जाएगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अभी से ही इस पर विरोध जताना चाहिए कि अगर ईरान पर बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल हुआ तो हम चुप नहीं रहेंगे.
ब्रिगेडियर हारिस नवाज (रिटायर्ड) ने आरोप लगाया कि ईरान में इजरायल की सफलता के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) का बहुत बड़ा हाथ है. उन्होंने दावा किया कि रॉ ने चाबहार में बैठकर इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद को ईरान में लिंक किया और उसे बड़ी एक्सेस दिलाई. इसके बाद अब मोसाद ने ईरान में अपने मन से ऑपरेशन चला रहा है और टॉप कमांडर को खत्म कर रहा है.
पाकिस्तान की स्थिति और प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इजरायल के हमलों की निंदा की है और चेतावनी दी है कि यह क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा पैदा कर सकता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तेहरान और उसके अन्य पड़ोसियों के साथ शांति की ओर अग्रसर है. उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल की आक्रामकता पहले से ही अशांत क्षेत्र में स्थिरता को खतरे में डालती है और अंतरराष्ट्रीय संप्रभुता के नियमों का उल्लंघन करती है.