Operation Sindoor: भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय सैन्य बलों ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके के भीतर स्थित कई आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से ध्वस्त कर दिया.
इस साहसिक सैन्य अभियान में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे खूंखार आतंकी संगठनों के ठिकानों को चुनकर नष्ट किया गया. भारतीय वायुसेना की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस ऑपरेशन में कुल नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर सफलतापूर्वक तबाह किया गया.
सटीकता और संयम के साथ किया गया हमला
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान खास ध्यान रखा गया कि हमलों से किसी नागरिक को कोई क्षति न पहुंचे. वहीं, सेना की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने मिशन के वीडियो फुटेज भी दिखाए, जिसमें कई कुख्यात आतंकवादी ठिकानों को तबाह होते हुए देखा जा सकता है.
कर्नल कुरैशी ने बताया कि मुंबई हमलों से जुड़े आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र मुरीदके, सियालकोट स्थित सरजाल कैंप, बरनाला में मरकज अहले हदीस, और कोटली स्थित मरकज अब्बास जैसे स्थलों को भारत ने सफलतापूर्वक निशाना बनाया.
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रतिक्रियाएं तेज़
भारत की इस निर्णायक कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें दक्षिण एशिया पर टिक गई हैं. चीन और रूस के बाद अब बांग्लादेश ने भी प्रतिक्रिया दी है. ढाका ने दोनों देशों से संयम बरतने और किसी भी प्रकार की स्थिति को और बिगाड़ने से बचने की अपील की है. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, "बांग्लादेश सरकार भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न तनावपूर्ण हालात पर करीबी नजर रख रही है.
हम दोनों देशों से शांतिपूर्ण समाधान और कूटनीतिक बातचीत के जरिए तनाव कम करने की उम्मीद करते हैं." बांग्लादेश ने क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि को प्राथमिकता देने का संदेश देते हुए दोनों पक्षों को जिम्मेदारी से पेश आने की सलाह दी है.
भारत का स्पष्ट संदेश: शांति की राह में बाधा बर्दाश्त नहीं
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमला जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति की वापसी में बाधा डालने की कोशिश थी. उन्होंने दोहराया कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति से पीछे नहीं हटेगा.
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