इजरायल की सोशल मीडिया टीम ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें दुनिया के नक्शे के साथ ईरान को एक वैश्विक खतरा बताया गया था. लेकिन इसी पोस्ट में भारत का नक्शा गलत तरीके से दर्शाया गया, जिससे बड़ा विवाद खड़ा हो गया. इस नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत के हिस्से के रूप में नहीं दिखाया गया, बल्कि इसे पाकिस्तान का हिस्सा बताया गया था.
यह गलती भारतीय यूजर्स की नजरों से बची नहीं और सोशल मीडिया पर इजरायल की कड़ी आलोचना होने लगी. इस पर इजरायल रक्षा बलों (IDF) को सफाई देनी पड़ी और उन्होंने आधिकारिक तौर पर माफी भी मांगी.
IDF ने क्यों मांगी माफी?
इजरायल रक्षा बलों ने स्वीकार किया कि पोस्ट किए गए नक्शे में “सीमाओं को सही तरीके से पेश करने में चूक हुई” और यह नक्शा सिर्फ क्षेत्र का एक उदाहरण मात्र था, न कि सीमा का सटीक चित्रण. उन्होंने कहा कि यह गलती अनजाने में हुई और इसके लिए वे माफी चाहते हैं.
इजरायल के इस नक्शे को लेकर सोशल मीडिया पर खासतौर पर ‘इंडियन राइट विंग कम्युनिटी’ ने भी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को टैग करते हुए सवाल उठाए, जिसके लगभग डेढ़ घंटे के अंदर ही IDF ने सफाई जारी कर माफी मांगी.
भारत सरकार ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया
इस विवाद के बाद तक भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन यह बात साफ है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा हैं. भारत ने बार-बार स्पष्ट किया है कि ये क्षेत्र हमेशा से देश के हिस्से रहेंगे.
भारत और इजरायल के बीच लंबे समय से मजबूत और स्थिर संबंध हैं. 2017 में पीएम मोदी इजरायल के पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने जिन्होंने वहां यात्रा की. भारत, इजरायल के सबसे बड़े व्यापारिक और सैन्य साझेदारों में से एक है.
This post is an illustration of the region. This map fails to precisely depict borders. We apologize for any offense caused by this image.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 13, 2025
IDF के नक्शे में क्या था खास?
IDF ने उस पोस्ट में बताया था कि ईरान केवल इजरायल के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा है. उनका संदेश था कि इजरायल पर हमला शुरूआत मात्र है और इसके खिलाफ कार्रवाई जरूरी थी. इस मकसद से इजरायल ने कई देशों के नक्शों पर ईरान को एक गंभीर संकट के रूप में दिखाया था.
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