पाकिस्तान की SLBM का मुकाबला करने में भारतीय नौसेना तकनीकी के तौर से आगे

    एडवांस नेविगेशन सिस्टम और एंटी-एक्सेस/एरिया-डिनायल (A2-AD) क्षमताओं के साथ, मिसाइल भारत की समुद्री श्रेष्ठता को चुनौती देना चाहती है. लेकिन भारतीय नौसेना ने पहले ही ऐसे खतरों का मुकाबला करने के लिए सक्रिय तैयारी की है.

    पाकिस्तान की SLBM का मुकाबला करने में भारतीय नौसेना तकनीकी के तौर से आगे
    पाकिस्तान की SLBM का मुकाबला करने में भारतीय नौसेना तकनीकी के तौर से आगे

    नई दिल्ली : पाकिस्तान ने स्वदेशी रूप से विकसित शिप-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM), SMASH SLBM (P282) के सफल टेस्ट की घोषणा की है, जबकि भारत की नौसेना की तैयारियां मजबूत बनी हुई हैं. 1971 के युद्ध के दौरान ऑपरेशन ट्राइडेंट द्वारा भारतीय नौसेना के कौशल को प्रदर्शित करने के दशकों बाद, भारत अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों के साथ हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में अपने दबदबे को मजबूत करना जारी रखे हुए है.

    ज़ुल्फ़िकार-कैटेगरी के फ्रिगेट से लॉन्च की गई SMASH SLBM की रेंज 350 किलोमीटर है और इसे इस्लामाबाद अपने नौसैनिक शस्त्रागार में एक अहम एडिशन के तौर पर तैनात कर रहा है. एडवांस नेविगेशन सिस्टम और एंटी-एक्सेस/एरिया-डिनायल (A2-AD) क्षमताओं के साथ, मिसाइल भारत की समुद्री श्रेष्ठता को चुनौती देना चाहती है. हालांकि, भारतीय नौसेना ने पहले ही ऐसे खतरों का मुकाबला करने के लिए सक्रिय तैयारी कर ली है.

    भारत ने जवाबी उपाय के तौर पर लगाई है तकनीकी छलांग

    भारतीय नौसेना द्वारा प्रमुख युद्धपोतों पर मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (MR-SAM) की तैनाती इसकी रेडीनेस का प्रमाण है. इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सहयोग से विकसित, MR-SAM 90-100 किलोमीटर की सीमा के भीतर सुपरसोनिक मिसाइलों को रोक सकता है, जिससे आने वाले खतरों के खिलाफ मजबूत रक्षा सुनिश्चित होती है.

    अपनी क्षमताओं को और मजबूत करते हुए, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) अगली पीढ़ी की इंटरसेप्टर मिसाइल PGLRSAM पर काम को आगे बढ़ा रहा है. 250 किलोमीटर से अधिक की रेंज और मैक 7 की गति से यात्रा करने वाली मिसाइलों को बेअसर करने की क्षमता के साथ, यह प्रणाली भारत की लेयर्ड को अहम तौर से बढ़ाएगी.

    भारत का एडवांस मिसाइल टेस्ट बनेगा एक गेम-चेंजर

    रिपोर्ट बताती हैं कि भारत इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी में अत्याधुनिक समुद्र से सतह पर मार करने वाली मिसाइल टेस्टकी तैयारी कर रहा है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि पनडुब्बी से प्रोजेक्ट की जाने वाली मिसाइल भारत की रणनीतिक सामना करने की क्षमता में एक नए युग की शुरुआत कर सकती है. विशाखापत्तनम के करीब होने वाला यह टेस्ट, क्षेत्र में दबदबे को बनाए रखने की भारत की प्रतिबद्धता के मुताबिक है.

    हिंद महासागर की संरक्षक है भारतीय नौसेना 

    पाकिस्तान के मिसाइल टेस्ट को भारत की नौसैनिक ताकत को संतुलित करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, रक्षा विश्लेषक इस बात पर जोर देते हैं कि इनोवेशन और रणनीतिक सामना करने को लेकर भारत का फोकस आईओआर में अपनी श्रेष्ठता सुनिश्चित करने पर जारी है. भारतीय नौसेना, अपने दुर्जेय (अभेद्द) बेड़े, एडवांस हथियारों और दूरदर्शी रक्षा रणनीतियों के साथ, एक प्रमुख शक्ति बनी हुई है, जो भारत के समुद्री हितों की रक्षा करती है और क्षेत्र में एक शुद्ध सुरक्षा प्राइवडर के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत कर रही है.

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