रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर नए मोड़ पर आ खड़ा हुआ है. हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच हुई बातचीत के बाद अमेरिकी पैट्रियट मिसाइल सिस्टम को लेकर चर्चा तेज हो गई है. ट्रंप ने स्पष्ट कहा है कि यूक्रेन को अपनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने के लिए “पैट्रियट मिसाइल सिस्टम” की सख्त ज़रूरत है.
ट्रंप बोले “रूस बस मारता जा रहा है, ये ठीक नहीं
ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के रवैये को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि “वो सिर्फ तबाही मचाना चाहते हैं, ये बेहद चिंताजनक है.” ट्रंप के अनुसार, रूस की बढ़ती आक्रामकता के मद्देनज़र यूक्रेन के पास अब विकल्प सीमित हैं, और पैट्रियट जैसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम से ही यूक्रेनी नागरिकों की जानें बचाई जा सकती हैं.
क्या है पैट्रियट मिसाइल सिस्टम?
पैट्रियट (PATRIOT) मिसाइल सिस्टम अमेरिका का एक हाई-टेक और अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे Raytheon Technologies ने विकसित किया है. यह सिस्टम दुश्मन की मिसाइलों, ड्रोन और फाइटर जेट्स को ट्रैक कर हवा में ही नष्ट करने की क्षमता रखता है. रेंज: लगभग 5,000 किमी तक टारगेट पर नजर रखने की क्षमता. स्पीड: 5,800 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार से हमला करने में सक्षम. सटीकता: पूरी तरह रडार-गाइडेड, एक साथ 20 लक्ष्यों पर निशाना साध सकता है. उपयोगिता: यह एक मोबाइल एयर शील्ड की तरह काम करता है, जिसे यूक्रेन अपने शहरों की सुरक्षा का सबसे प्रभावी उपाय मानता है.
जेलेंस्की की मांग, ट्रंप की सहमति
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप से बातचीत में दो टूक कहा हमारे लिए स्काई डिफेंस अब सर्वोच्च प्राथमिकता है. इस पर ट्रंप ने सकारात्मक रुख अपनाया और संकेत दिए कि अमेरिका फिर से पैट्रियट सिस्टम की आपूर्ति पर विचार कर सकता है. दोनों नेताओं की करीब 40 मिनट की बातचीत में रक्षा सहयोग, संयुक्त उत्पादन और निवेश जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई.
रूस ने फिर किया बड़ा हमला, कीव बना निशाना
ट्रंप-पुतिन के बीच फोन कॉल के महज कुछ घंटों बाद ही रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक किया. जेलेंस्की ने इस हमले को “जानबूझकर किया गया, बर्बर हमला” बताया. उन्होंने कहा कि रूस का उद्देश्य नागरिकों में डर फैलाना और ढांचागत तबाही करना है.
यूरोप भी सक्रिय, जर्मनी से सकारात्मक संकेत
अमेरिका के अलावा अब यूरोपीय देश भी यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की दिशा में सक्रिय होते दिख रहे हैं. जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और ट्रंप के बीच बातचीत में यह मुद्दा उठा कि क्या जर्मनी भी पैट्रियट सिस्टम की सप्लाई में भागीदारी करेगा. फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन रुख सकारात्मक माना जा रहा है.
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