नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ संभल के लिए रवाना हो गए हैं, कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने मंगलवार को ये जानकारी दी.
एलओपी राहुल गांधी का यह दौरा 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए एक टीम के पहुंचने पर हुई पत्थरबाजी की घटना के बाद हुआ है.
यह भी पढे़ं : Ex CJI चंद्रचूड़ ने राहुल की बात का दिया जवाब, गणपति पूजा पर Modi के घर पर आने को क्यों कहा 'अनोखी' बात नहीं
राहुल ने सत्ताधारी सरकार को 'असंवेदनशील' बताया
शुक्ला ने एएनआई को बताया, "राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल संभल के लिए रवाना हो गया है. वह सीधे संसद गए हैं."
सोमवार को राहुल गांधी ने संभल की घटना को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला किया और पार्टी पर हिंसा के जवाब में "असंवेदनशील कार्रवाई" का आरोप लगाया कि उनकी कार्रवाई लोगों के बीच गहरी खाई पैदा कर रही है और हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच भेदभाव को बढ़ावा दे रही है.
इस बीच, समाजवादी पार्टी का 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी मंगलवार यानि आज प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने वाला है.
हम वहां पुलिस का अत्याचार देखने जाएंगे : माता प्रसाद पांडे
उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडे ने कहा कि वे "पुलिस द्वारा किए गए अत्याचारों" को देखने के लिए वहां जाएंगे.
पांडे ने कहा, "हम घटना में जान गंवाने वाले युवाओं के परिजनों से भी मिलेंगे. क्या पुलिस कभी अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेती है? ...आजकल पुलिस अवैध हथियार और सरकारी हथियार दोनों रखती है. पुलिस फायरिंग के लिए दूसरे (अवैध) हथियार का इस्तेमाल करती है."
इससे पहले आज उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम पर पथराव की घटना के बाद हुई हिंसा के बाद बाजार खुल गया है.
डीआईजी ने कहा- संभल में बुजार खुले, हालात सामान्य
मुरादाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक मुनिराज जी ने कहा कि आज संभल में स्थिति सामान्य है.
डीआईजी मुनिराज ने कहा, "संभल में आज स्थिति सामान्य है. बाजार सामान्य रूप से चालू हैं. लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, निर्दोष लोगों को दंडित नहीं किया जाएगा. अब तक 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं. हम वीडियो फुटेज के आधार पर लोगों की पहचान कर रहे हैं."
विपक्षी सदस्य सदन में इस मुद्दे को उठाने के लिए उत्सुक रहे हैं और हिंसा को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है. वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा दायर याचिका के बाद यह सर्वे एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद मूल रूप से एक मंदिर है.
यह भी पढे़ं : PM Modi, अमित शाह ने संविधान दिवस की बधाई दी, कांग्रेस चीफ खरगे ने क्यों लोगों से एकजुट होने को कहा?