Asaduddin Owaisi on UCC
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तराखंड राज्य द्वारा पारित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि यह धर्म की स्वतंत्रता का "उल्लंघन" करता है. UCC को उन्होंने खतरनाक मॉडल बताया. AIMIM चीफ तेलंगाना के हैदराबाद सीट से 4 बार सांसद रह चुके हैं उन्होंने आरोप लगाया कि UCC 'विशेष विवाह अधिनियम' के माध्यम से लोगों को शादी करने के लिए मजबूर करता है और लोगों को अपने धार्मिक अनुष्ठान करने की अनुमति नहीं देता है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए AIMIM अध्यक्ष एवं हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "उत्तराखंड मॉडल एक बहुत ही खतरनाक मॉडल है. यह केवल मुस्लिम ढांचे को मुस्लिम व्यवस्था से अलग करने का एक तरीका है. उत्तराखंड विधानसभा में UCC पारित हुआ, यहां तक कि कांग्रेस ने भी इसका समर्थन किया. उत्तराखंड में मुस्लिम विवाह निकाह के माध्यम से होता है. आप कह रहे हैं कि यह ऐसे नहीं होगा, यह विशेष विवाह के माध्यम से होगा."
धर्म की स्वतंत्रता मेरा मौलिक अधिकार- ओवैसी
ओवैसी ने आगे कहा, "यह कैसे प्रगतिशील है? धर्म की स्वतंत्रता मेरा मौलिक अधिकार है. मैं बिना निकाह के शादी कैसे करूंगी? आपने महिलाओं को दी जाने वाली 'माहेर' को हटा दिया है. कोई इसे निजी तौर पर नहीं कर सकता, कानून में किसी का भी उल्लेख है जो इसका उल्लंघन करेगा उसे जेल होगी. मैं अपने तरीके से तलाक दूंगा, मैं इसे आपके तरीके से क्यों दूंगा? आप मुझ पर अपनी नैतिकता क्यों थोप रहे हैं,''
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भाजपा शासित राज्यों में अंतर-धार्मिक विवाह पर रोक
यूसीसी को लागू करने वाले उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है. ओवैसी ने इसको लेकर कहा, "क़ानून (यूसीसी) कहता है कि अगर कोई हिंदू लड़का या लड़की किसी ईसाई से शादी करता है, तो उसे डीएम से अनुमति लेनी होगी. आप कौन होते हैं मेरे घर के अंदर झाँकने वाले? आपने सभी भाजपा शासित राज्य में अंतर-धार्मिक विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया है.”
हिंदू अविभाजित परिवार को ही छूट क्यों
हैदराबाद लोकसभा सांसद ने सवाल उठाया कि कानून में छूट सिर्फ हिंदू अविभाजित परिवार को ही क्यों दी जाती है. उन्होंने कहा, "कोई इस बारे में बात क्यों नहीं करता कि हिंदू अविभाजित कर छूट केवल हिंदुओं को ही क्यों दी जा रही है? सरकार आई जिसने दिखाया कि यह (छूट) 1400-1800 करोड़ तक पहुंच गई है. जो भी कानून बनता है उसमें 'हिंदू संस्कृति की रक्षा' का उल्लेख होता है. आप कानून बना रहे हैं, लेकिन इसके अपवाद भी बना रहे.''
तेलंगाना की 17 सीटों पर 13 मई को चुनाव
बता दें लोकसभा चुनाव 2024 में असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ेंगे. उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी की माधवी लता से है. चौथे चरण में तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर 13 मई को मतदान होगा. अगर 2019 आम चुनाव के परिणाम की बात करें तो यहां से तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी टीआरएस ने 9 सीटों पर, बीजेपी ने 4, कांग्रेस और एआईएमआईएम ने 3-3 सीटों पर चुनाव जीता था.
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